क्या अखिलेश यादव के लिए ऊंचाहार से मनोज पांडेय का पत्ता साफ करेंगे राहुल गांधी? रायबरेली यात्रा की इनसाइड स्टोरी
कांग्रेस नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी दो दिवसीय यात्रा पर अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे हैं. राहुल की इस यात्रा का डिजाइन देखकर ऐसा लगता है कि इसका मकसद सिर्फ जनता से मिलना नहीं, बल्कि एक गहरा सियासी संदेश देना भी है.
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कांग्रेस नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी दो दिवसीय यात्रा पर अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे हैं. राहुल की इस यात्रा का डिजाइन देखकर ऐसा लगता है कि इसका मकसद सिर्फ जनता से मिलना नहीं, बल्कि एक गहरा सियासी संदेश देना भी है. उनकी यात्रा की शुरुआत लखनऊ के मोहनलालगंज स्थित महावीर मंदिर से हुई, जो रायबरेली के रास्ते में पड़ता है. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के कैबिनेट मंत्री दिनेश सिंह ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की. पुलिस के दखल के बाद राहुल गांधी का रूट बदलना पड़ा, जिससे इस यात्रा का सियासी तापमान और बढ़ गया.
इस पूरी यात्रा में सबसे ज़्यादा चर्चा राहुल गांधी के ऊंचाहार गेस्ट हाउस में उनके रुकने को लेकर है. राहुल गांधी का ऊंचाहार में रुकना कई सियासी अटकलों को जन्म दे रहा है. राजनीतिक गलियारों में इस बात पर बहस तेज है कि क्या वह सपा से बागी होकर बीजेपी में गए नेता मनोज पांडेय की सियासी फिल्डिंग सेट करने के लिए ऊंचाहार में रुके? क्या राहुल गांधी, अखिलेश यादव के लिए ऊंचाहार से मनोज पांडेय का पत्ता साफ करेंगे? ऊंचाहार में राहुल गांधी ने ऐसा क्या-क्या किया जिससे ये सियासी चर्चाएं पैदा हुईं, इसे समझने के लिए यूपी Tak का मशहूर शो 'यूपी की बात' यहां नीचे देखिए.
साफ समझ में आता है कि राहुल गांधी की यह यात्रा सिर्फ एक चुनावी दौरा नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच भविष्य की रणनीति का संकेत भी दे सकती है.
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