ब्राह्मण, राजपूत लड़कियों को 15-15 लाख देकर बरगलाने वाले छांगुर की साथी नीतू उर्फ नसरीन कौन है? इसके कांड तो और बड़े
UP News: छांगुर बाबा बड़े स्तर पर उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण रैकेट चला रहा था. इसका साथ एक सिंधी परिवार भी दे रहा था. इस परिवार ने भी छांगुर बाबा के जाल में फंसकर इस्लाम अपना लिया था. अब इसी परिवार की नीतू उर्फ नसरीन को लेकर बडे़ खुलासे हुए हैं.
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UP News: जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन एटीएस की गिरफ्त में हैं. इन दोनों को उत्तर प्रदेश एटीएस ने राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार किया है और अब जेल भेज दिया है. जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा, नीतू उर्फ नसरीन और नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन मिलकर जो धर्मांतरण रैकेट चला रहे थे, उसने सभी को हैरान करके रख दिया है. खुद को पीर बाबा बताने वाला बलरामपुर का जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा वैसे तो इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड है, मगर नीतू उर्फ नसरीन भी इस रैकेट की बड़ी खिलाड़ी निकलकर सामने आई है. अब हम आपको नीतू रोहरा उर्फ नसरीन की पूरी कहानी और इसके कांड बताते हैं.
नीतू उर्फ नसरीन कौन है और क्या है इसके कांड?
नवीन रोहरा मुंबई का रहने वाला है. फिलहाल नवीन अपनी पत्नी नीतू और बेटी समाले के साथ बलरामपुर के थाना गैंडास स्थित गांव रेहरा माफी में रह रहा था. पिछले 3 से 4 सालों से ये पूरा परिवार जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा का करीबी था. नवीन रोहरा और उसके परिवार का संबंध सिंधी समाज से है. मगर जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने इस परिवार का ऐसा ब्रेनवॉश किया कि इस पूरे परिवार ने इस्लाम अपना लिया.
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इस्लाम धर्म स्वीकार करने के बाद तीनों ने अपने नाम नवीन रोहरा से जमालुद्दीन, नीतू से नसरीन और समाले से सबीहा रख लिया. तभी से ये परिवार छांगुर बाबा के पास स्थित दरगाह के बगल में रह रहा था. हैरानी की बात ये है कि खुद को पीर बाबा बताने वाला जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने मुंबई के इस पूरे परिवार का ब्रेनवॉश कर दिया और तीनों को मुसलमान बनाकर अपने रैकेट में शामिल कर लिया. इसके बाद छांगुर बाबा धर्मांतरण का खेल बड़े पैमाने पर खेलने लगा. इसके लिए उसे विदेशों से करोड़ों की फंडिंग में मिलने लगी.
नीतू उर्फ नसरीन थी छांगुर बाबा की करीबी
धर्मांतरण रैकेट चलाने के लिए छांगुर बाबा को विदेशों के करोड़ों की फंडिंग मिलने लगीं. ऐसे में ये पूरा परिवार धर्मांतरण रैकेट चलाने और फंडिंग को मैनेज करने में छांगुर बाबा की मदद करने लगा. बाकायदा हिंदू समाज की लड़कियों के उनकी जाति के हिसाब के रेट तय किए गए और उन्हें जाल में फंसाकर उनका ब्रेनवॉश करके, उन्हें मुसलमान बनाए जाने लगा. इस काम में नीतू उर्फ नसरीन और नवीन रोहरा से जमालुद्दीन ने छांगुर बाबा का पूरा साथ दिया.
कौन-कौन हैं इस गैंग में शामिल?
एटीएस की जांच में सामने आया है कि इस गैंग के सदस्यों के द्वारा लगभग 40 बार इस्लामिक देशों में यात्रा की गई हैं. इनके निशाने पर गरीब, असहाय परिवार और उनकी लड़कियां रहती थी. इनको मुसलमान बनाना इनका लक्ष्य था. इस गैंग के प्रमुख सदस्य छांगुर बाबा, महबूब, पिंकी हरिजन, हाजिरा शंकर, एमेन रिजवी सगीर, नीतू रोहरा हैं.