क्रिकेटर शमी की बहन शबीना-जीजा गजनवी को बिना काम मिल रही थी मनरेगा मजदूरी? जांच हुई तो हर कोई चौंक गया
UP News: क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन शबीना और जीजा गजनवी पिछले कुछ दिनों से चर्चाओं में बने हुए हैं. इन दोनों पर गंभीर आरोप लगे हैं. मामले की जांच खुद अमरोहा जिलाधिकारी ने करवाई है. अब जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात सामने आई है.
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UP News: क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन शबीना और उनके जीजा गजनवी चर्चाओं में हैं. दरअसल शमी की बहन और जीजा पर आरोप लगा था कि मनरेगा में मजदूरी का काम नहीं करने पर भी उन्हें मजदूरी मिल रही है. बता दें कि जैसे ही ये मामला सामने आया था, वैसे ही अमरोहा जिलाधिकारी ने जांच के आदेश जारी कर दिए थे.
अब इस मामले में जांच रिपोर्ट सामने आ गई है. इसी के साथ मोहम्मद शमी की बहन की सास फंस गई हैं. शमी की बहन की सास गुले आयशा ग्राम प्रधान हैं. जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद गुले आयशा के बैंक खातों को सीज कर दिया गया है और 8 लाख, 68 हजार 344 रुपये की रिकवरी का नोटिस भी जारी कर दिया गया है. इस मामले में कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होना तय माना जा रहा है. केस दर्ज करवाने के भी निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
शमी की बहन और जीजा को लेकर जांच रिपोर्ट में क्या आया?
अमरोहा जिले के थाना डिडौली और ब्लॉक जोया के ग्राम पलोला में मनरेगा मजदूरी के घोटाले का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने जांच की मांग की थी. इसको लेकर ग्रामीणों ने डीएम अमरोहा को प्रार्थना पत्र दिया था. इसके बाद मामले की जांच शुरू की गई थी. जांच रिपोर्ट में मोहम्मद शमी की बहन शबीना और उनके पति गजनवी को क्लीन चिट दे दी गई है.
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मगर इस मामले में क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन शबीना की सास ग्राम प्रधान गुले आयशा बुरी तरह फंस गई हैं. उनके खिलाफ रिकवरी का नोटिस जारी किया गया है. इस मामले में तत्कालीन अधिकारी, कर्मचारियों समेत ब्लॉक की महिला बीडीओ के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के लिए पत्र शासन को भेज दिया गया है.
केस होगा दर्ज
बता दें कि इस मामले में 4 सचिव, कम्प्यूटर ऑपरेटर समेत सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. अमरोहा डीएम ने मामले में सख्त एक्शन लिया है. उन्होंने जिलेभर में ऐसे मामलों की जांच के आदेश दिए हैं और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
डीएम अमरोहा ने ये बताया
इस पूरे मामले पर अमरोहा जिले की जिलाधिकारी निधि गुप्ता ने बताया, शिकायत मिली थी. मामले की जांच में आरोप सही पाए गए हैं. जो कर्मचारी-अधिकारी शामिल हैं, उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी और केस दर्ज करवाया जाएगा. ग्राम प्रधान के खातों को भी सीज करवा दिया गया है. रिकवरी नोटिस भी जारी कर दिया गया है. मुख्य रोल ग्राम प्रधान का ही होता है.