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UP की सड़कों का रिएलिटी चेक: बोर्ड पर ‘कायाकल्प’, हकीकत में गड्ढे विकल्प, हाल पीलीभीत का

सौरभ पांडेय

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उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 15 नवंबर तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. बता दें कि इससे पहले भी कई बार योगी सरकार ने प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की बातें कही हैं.

इस बीच, मौजूदा वक्त में यूपी की सड़कों का असल हाल क्या है? ये जानने के लिए यूपी तक सड़कों का रिएलिटी चेक कर रहा है. हम आपको पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी, हरदोई और संत कबीर नगर की सड़कों का हाल बता चुके हैं. इसी कड़ी में आज अब हम आपको पीलीभीत जिले की सड़कों का हाल बता रहे हैं. पढ़िए पीलीभीत से खास ग्राउंड रिपोर्ट.

जब हम जिले के पूरनपुर इलाके में पहुंचे तो यहां की सड़कें खस्ताहाल दिखीं. हालांकि, पूरनपुर से धनाराघाट रोड के बीच तिराहे पर स्थित ऊपर लिखा दिखा, ‘सरकार का संकल्प-सड़क का हो कायाकल्प’.

यहां के स्थानीय निवासी हनीफ ने बताया कि यह सड़क 9 साल पहले बनी थी, दो साल ठीक रही फिर बाद में खराब हो गई.

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धनाराघाट निवासी सोनू कुमार ने बताया, “यह सड़क है कम से कम 50 से 60 गांव को जोड़ती है. यह सड़क पूरी तरह टूटी है. जब इस रोड से एम्बुलेंस गुजरती है तो बहुत दिक्कत होती है. कई बार सड़क हादसे भी हो चुके हैं लेकिन कोई भी सड़क को देखने वाला नहीं है.”

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इस सड़क के बारे में जब हमने स्थानीय विधायक बाबूराम पासवान से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि सड़क के चौड़ीकरण के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, पास हो गया है, जल्दी ही इस पर काम शुरू होगा. आगे उन्होंने कहा कि टूटी सड़कें एसपी-बीएसपी के समय की बनी हुई हैं, हम उनको भी सही करा रहे हैं.

पूरनपुर की सड़कों का हाल जानने के बाद हम पीलीभीत शहर के रामलीला मार्ग पर पहुंचे तो देखा कि शहर के अंदर और शहर से जुड़ी सड़कें अच्छी हैं, लेकिन दूसरे हाईवे से जब हम शहर की तरफ बढ़े तो देखा कि सड़क का हाल बहुत खराब है. बताया जाता है कि यह सड़क जिले के लिए बहुत जरूरी है. इस सड़क से होकर आप पीलीभीत शहर आते हैं और नेशनल हाईवे 730 पर भी इसी रोड से होकर जाते हैं. इसी रोड पर रेलवे स्टेशन है, मंडी है, अस्पताल है और तमाम बड़ी-बड़ी चीजें इस रोड पर हैं, लेकिन इस रोड पर गड्ढों में पानी जम गया है. जिसके कारण स्थानीय लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है.

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इसके अलावा बीसलपुर इलाके में इमलिया मरौरी के बीच की सड़क बेहद खराब है. पूरनपुर में बाइफरकेशन से शारदा सागर डैम तक का रोड पूरी तरह से टूटा है, जबकि ये रास्ता पर्यटन के हिसाब से बहुत महत्वपूर्ण है. वहीं शहर का कचहरी रोड भी गड्ढों से ही भरा है.

जिले की खराब सड़कों को लेकर हमने पीडब्ल्यूडी के अधिकारी उदय नारायण और पीलीभीत के जिलाधिकारी पुलकित खरे से भी बात की.

जिले की जर्जर सड़कों की मरम्मत का काम हम करा रहे हैं, उसे 15 नवंबर से पहले पूरा कर लिया जाएगा. जिले में जो नव निर्माण के काम चल रहे हैं, उसे दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा.

उदय नारायण, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी

वहीं, जिले में सड़कों की खराब हालत को लेकर जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कहा,

“जनपद में सड़कें अलग विभागों द्वारा बनवाई जाती हैं. जैसे गन्ना विभाग, पीडब्ल्यूडी, मंडी और नगर पालिका द्वारा सड़कें बनवाई जाती हैं. कुछ महीने पहले शहर की सड़कों को दुरुस्त करा दिया गया है. नेशनल हाईवे पर भी मरम्मत का काम हो रहा है. कुछ सड़कें मंडी और गन्ना विभाग द्वारा जल्दी बना दी जाएंगी.”

पुलकित खरे, जिलाधिकारी, पीलीभीत

उन्होंने आगे कहा, “शासन की तरफ से गड्ढा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत धनराशि मिली है, उससे भी काम कराया जा रहा है. जिले में जल्दी सड़कें दुरुस्त करके यातायात बेहतर कराया जाएगा.”

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