कानपुर के भीतरगांव मार्ग पर पानी से भरे तालाब में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने के बाद का मंजर दर्दनाक और रूह कपां देने वाला था. लोग मोबाइल के फ्लैश की रोशनी में शवों को निकाल रहे थे. पानी में जहां नीचे हाथा जाता था वहीं शव मिल रहा था. मुंडन संस्कार के बाद बच्चों ने पसंद के खिलौने खरीदे थे. हादसे के वक्त बच्चे तो डूब गए पर खिलौने हाथों से छिटकर तैरने लगे. वो खिलौने इस बात के प्रमाण थे कि इस हादसे में कई मासूमों की भी बलि चढ़ गई है. मासूम तो इस दुनिया से चले गए पर उनकी मासूमियत खिलौने के रूप में पानी पर तैरती रही. चीख और चीत्कार के बीच शवों को गिनना कलेजा कंपा देने वाला था. गौरतलब है कि इस हादसे में कोरथा गांव के 26 लोग काल की गाल में समां गए. गांव में जब शव पहुंचे तो हर तरफ चीखें सुनाई दे रही थीं. 26 शवों को देख पूरा गांव रो पड़ा, सबका कलेजा कांप गया. यहां पढ़ें पूरी घटना…