मिल्कीपुर उपचुनाव में चंद्रशेखर आजाद की पार्टी के कैंडिडेट संतोष कुमार को मिले कितने हजार वोट?

हर्ष वर्धन

अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल कर ली है. इस जीत के बाद भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद (अयोध्या) सीट पर मिली हार की टीस कुछ हद तक कम की है.

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Santosh Kumar
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अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल कर ली है. इस जीत के बाद भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद (अयोध्या) सीट पर मिली हार की टीस कुछ हद तक कम की है. मालूम हो कि भाजपा के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान को चुनाव में 146397 जबकि सपा के अजीत प्रसाद को 84687 वोट मिले. दोनों के बीच 61710 वोटों का बड़ा अंतर रहा. इस उपचुनाव में नगीना सांसद चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रत्याशी संतोष कुमार तीसरे नंबर पर रहे. जानें उन्हें कितने वोट मिले?

संतोष कुमार को मिले कितने वोट?

आपको बता दें कि इस उपचुनाव में संतोष कुमार को 5459 वोट मिले. इस उपचुनाव में कुल 11 उम्मीदवार मैदान में थे. वहीं, चुनाव में  1361 लोगों ने नोटा बटन दबाया.

 

 

भाजपा की जीत पर सीएम योगी ने क्या कहा?

भाजपा की जीत पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "मिल्कीपुर विधान सभा सीट पर उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक विजय की सभी समर्पित पार्टी पदाधिकारियों एवं कर्मठ कार्यकर्ताओं को हृदयतल से बधाई! यह विजय आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में 'डबल इंजन की भाजपा सरकार' की लोक-कल्याणकारी नीतियों एवं सेवा, सुरक्षा और सुशासन को समर्पित @UPGovt  के प्रति आमजन के अटूट विश्वास का प्रतीक है. विजयी प्रत्याशी श्री चंद्रभानु पासवान जी को बधाई एवं उत्तर प्रदेश की विकास-यात्रा और सुशासन को अपना मत प्रदान करने वाली मिल्कीपुर विधान सभा क्षेत्र की देवतुल्य जनता-जनार्दन का हार्दिक अभिनंदन!"

अखिलेश का फूटा गुस्सा 

सपा चीफ अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर उपचुनाव पर कहा, "पीडीए की बढ़ती शक्ति का सामना भाजपा वोट के बल पर नहीं कर सकती है, इसीलिए वो चुनावी तंत्र का दुरुपयोग करके जीतने की कोशिश करती है. ऐसी चुनावी धांधली करने के लिए जिस स्तर पर अधिकारियों की हेराफेरी करनी होती है, वो 1 विधानसभा में तो भले किसी तरह संभव है, लेकिन 403 विधानसभाओं में ये ‘चार सौ बीसी’ नहीं चलेगी. इस बात को भाजपावाले भी जानते हैं, इसीलिए भाजपाइयों ने मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला था. पीडीए मतलब 90% जनता ने खुद अपनी आंखों से ये धांधली देखी है. ये झूठी जीत है, जिसका जश्न भाजपाई कभी भी आईने में अपनी आँखों-में-आँखें डालकर नहीं मना पाएंगे. उनका अपराधबोध और भविष्य में हार का डर उनकी नींद उड़ा देगा. जिन अधिकारियों ने चुनावी घपलेबाजी का अपराध किया है वो आज नहीं तो कल अपने लोकतांत्रिक-अपराध की सजा पाएंगे. एक-एक करके सबका सच सामने आएगा. न कुदरत उन्हें बख्शेगी, न कानून. भाजपाई उनका इस्तेमाल करके छोड़ देंगे, उनकी ढाल नहीं बनेंगे. जब उनकी नौकरी और पेंशन जाएगी तो वो अपने बच्चों, परिवार और समाज के बीच अपमान की जिंदगी की सजा अकेले भुगतेंगे. लोकसभा चुनावों में अयोध्या में हुई पीडीए की सच्ची जीत, उनके मिल्कीपुर के विधानसभा की झूठी जीत पर कई गुना भारी है और हमेशा रहेगी."

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