Ram Mandir: राम मंदिर में भव्य सोने की परत चढ़े लकड़ी के दरवाजे लगने शुरू
Ram Mandir in Ayodhya: सोने में मढ़े हुए गर्भगृह के मुख्य द्वार को पूजा के बाद लगा दिया गया है तो वहीं गर्भगृह के दोनों ओर लगने वाले दरवाजों पर काम जारी है.
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उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में राम मंदिर के रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर जोरों-शोरों पर तैयारियां चल रही हैं. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस बीच राम मंदिर को भव्य बनाने से जुड़ी एक बड़ी जानकारी सामने आई है. भव्य राम मंदिर में दरवाजे लगने का काम शुरू हो गया है. सोने में मढ़े हुए गर्भगृह के मुख्य द्वार को पूजा के बाद लगा दिया गया है तो वहीं गर्भगृह के दोनों ओर लगने वाले दरवाजों पर काम जारी है. मंदिर निर्माण स्थल के पास बने कार्यशाला में इन दरवाजों को देखा जा सकता है. दरवाजों पर हाथी, कमल दल, झरोखे जैसे डिजाइन इसको भव्यता प्रदान कर रहे हैं.
कौन सी कंपनी तैयार कर रही है दरवाजा?
यूं तो हैदराबाद की 100 साल पुरानी कंपनी अनुराधा टिम्बर राम मंदिर के लकड़ी के दरवाजों को तैयार कर रही है. लेकिन खास बात ये है कि ये दरवाजे अयोध्या में अस्थाई वर्कशॉप में बनाकर तैयार किए जा रहे हैं. दरवाजों पर नागर शैली के निर्माण की झलक है. मंदिर के दरवाजे पर सोने की परत चढ़ी होगी.
दरवाजों के वर्कशॉप में काम कर रहे शेखर दास ने बताया कि दरवाजों की डिजाइन में इस बात का खास ख्याल रखा गया है कि भव्यता की झलक मिले. साथ ही हिंदू धर्म में जो शुभता के प्रतीक माने जाते हैं, उन चिह्नों को भी यहां दरवाजे पर बनाया गया है. लकड़ी पर नक्काशी के लिए तमिलनाडु के कारीगर रात-दिन अयोध्या में काम कर रहे हैं.
22 जनवरी को शिक्षण संस्थाओं में छुट्टी के आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी 22 जनवरी को अयोध्या स्थित राम मंदिर में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को ‘राष्ट्रीय उत्सव’ बताते हुए उस दिन राज्य की सभी शिक्षण संस्थाओं में छुट्टी का ऐलान किया है. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों का जायजा लेने के लिये अयोध्या में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक दिशानिर्देश दिए. उन्होंने इस अवसर को ‘राष्ट्रीय उत्सव’ की संज्ञा देते हुए 22 जनवरी को प्रदेश में शराब की दुकानें बंद रखने की भी हिदायत दी है.
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मुख्यमंत्री ने इससे पहले श्रीरामलला और हनुमान गढ़ी के दर्शन-पूजन के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की. मकर संक्रांति के बाद शुरू हो रहे प्राण प्रतिष्ठा के वैदिक अनुष्ठानों की जानकारी लेते हुए आदित्यनाथ ने समारोह की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं में तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सभी आवश्यक सहयोग के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया.
रामलला की प्रतिमा का नगर भ्रमण कार्यक्रम रद्द
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले 17 जनवरी को प्रस्तावित देव विग्रह के नगर भ्रमण कार्यक्रम को मंदिर ट्रस्ट ने रद्द कर दिया है. ट्रस्ट के एक पदाधिकारी ने सोमवार को बताया कि प्रतिमा को पूरे अयोध्या नगर में घुमाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है. इसके बजाय, ट्रस्ट उसी दिन (17 जनवरी) राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के अंदर प्रतिमा के भ्रमण की व्यवस्था करेगा.
उन्होंने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर ट्रस्ट ने सुरक्षा कारणों से इस प्रस्तावित कार्यक्रम को रद्द कर दिया है. कार्यक्रम रद्द करने का निर्णय श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने काशी के आचार्यों और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक के बाद लिया.
अयोध्या प्रशासन के मुताबिक, ट्रस्ट की बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि जब रामलला की नयी प्रतिमा को शहर में ले जाया जाएगा तो श्रद्धालु और तीर्थयात्री दर्शन के लिए उमड़ पड़ेंगे और प्रशासन के लिए भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाएगा.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)