शादी में अनिल दुजाना ने AK-47 से गैंगस्टर सुंदर भाटी पर किया था हमला, जानें दोनों में दुश्मनी की वजह

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Anil Dujana encounter: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने गुरुवार को मेरठ में एक एनकाउंटर में खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को मार गिराया. गौतमबुद्ध नगर के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव निवासी अनिल दुजाना पर 62 मुकदमे दर्ज हैं. हत्या, रंगदारी वसूली से लेकर कई गंभीर केस दुजाना पर केस दर्ज हैं. अनिल दुजाना पर रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनिल दुजाना गैंग की कुख्यात माफिया सुंदर भाटी गैंग से पुरानी रंजिश रही है. अनिल दुजाना और सुंदर भाटी गैंग के बीच सरकारी ठेकों, सरिया की अवैध तरीके से चोरी, टोल के ठेकों को लेकर आपस में झगड़ा रहता था.

सुंदर भाटी से दुश्मनी की ये है वजह

साल 2004 में गैंगस्टर सुंदर भाटी ने नरेश भाटी की हत्या कर दी थी. नरेश भाटी का भाई रणदीप भाटी और भांजा अमित कसाना, इसका बदला लेना चाहते थे जिसमें अनिल दुजाना ने साथ दिया. साल 2011 में नवंबर महीने में साहिबाबाद के भोपुरा के गेस्ट हाउस में हो रहे शादी समारोह में सुंदर भाटी पहुंचा था, जहां पर नरेश भाटी का भाई रणदीप भांजा अमित कसाना और अनिल दुजाना ने एके-47 हथियार के साथ पहुंचकर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें 3 लोग मारे गए, लेकिन सुंदर भाटी बच गया था. इसी तिहरे हत्याकांड में अनिल दुजाना को साल 2012 में जनवरी महीने में पकड़ा गया था.

खुद पर हुए हमले का सुंदर भाटी ने जनवरी 2014 में अनिल दुजाना के घर पर हमला करवा कर लिया. इस हमले में अनिल दुजाना के भाई जय भगवान की मौत हो गई थी, जिसमें सुंदर भाटी समेत आठ लोग नामजद किए गए. इसके बदले में अनिल दुजाना गैंग ने सुंदर भाटी के शूटर राहुल की हत्या कर दी थी.

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अब आइए पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर सुंदर भाटी के बारे में जान लेते हैं…

कौन है सुंदर भाटी?

सुंदर भाटी पश्चिम उत्तर प्रदेश का बड़ा गैंगस्टर है. इसके खिलाफ 60 से अधिक गंभीर केस दर्ज है. इसपर हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट और मारपीट समेत कई केस दर्ज हैं. आपको बता दें कि सुंदर भाटी को बीते साल ही हरेंद्र प्रधान की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है. फिलहाल सुंदर भाटी सोनभद्र जेल में बंद है. मगर आज से करीब डेढ़ साल पहले सुंदर भाटी उत्तर प्रदेश की हमीरपुर जेल में बंद था.

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एक जमाने में पश्चिम उत्तर प्रदेश में जरायम की दुनिया का सबसे खतरनाक नाम सुंदर भाटी रहा है. यूपी पुलिस से लेकर दिल्ली और हरियाणा पुलिस के लिए सुंदर भाटी किसी चुनौती से कम नहीं था.

ग्रेटर नोएडा के गंगोला का रहने वाला सुंदर भाटी कभी गाजियाबाद लोनी इलाके के सबसे बड़े गैंगस्टर सतवीर गुर्जर का खास हुआ करता था. सतवीर गुर्जर की दोस्ती ग्रेटर नोएडा के रिठोरी गांव के रहने वाले नरेश भाटी से थी.

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नरेश भाटी, गांव में परिवार वालों की हत्या का बदला लेने के लिए सतवीर गुर्जर के संपर्क में आया. यही नरेश भाटी और सुंदर भाटी के बीच दोस्ती शुरू हो गई. नरेश भाटी और सुंदर भाटी के बीच की दोस्ती यूपी, दिल्ली, हरियाणा के गैंगस्टर्स में भी मशहूर थी. दोस्ती की वजह से ही नरेश भाटी के परिवार वालों की मौत का बदला सुंदर भाटी ने ले लिया. मगर जल्दी ही यह दोस्ती दुश्मनी में बदल गई.

बताया जाता है कि एक ट्रक यूनियन पर कब्जा करने के चलते सुंदर भाटी और नरेश भाटी के बीच की दोस्ती टूट गई और ये दुश्मनी में बदल गई. दोनों गैंगस्टर इस ट्रक यूनियन पर कब्जे की कोशिश में थे.

नरेश भाटी का इरादा इस ट्रक यूनियन की राजनीति के माध्यम से मुख्य राजनीति में आकर जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का था. तो वहीं सुंदर भाटी ट्रक यूनियन पर खुद भी कब्जा करना चाहता था. इसी को लेकर इन दो गैंगस्टरों के बीच दुश्मनी शुरू हो गई. इसी बीच ट्रक यूनियन के अध्यक्ष की हत्या कर दी गई.

सुंदर भाटी ने कर डाली नरेश भाटी की हत्या

बताया जाता है कि 2003 में नरेश भाटी जिला पंचायत अध्यक्ष बन गया. नरेश भाटी माननीय बनकर लाल बत्ती की गाड़ी में घुमने लगा, लेकिन ये बात सुंदर भाटी को नागवार गुजरी. सुंदर भाटी ने साल 2003 में नरेश भाटी पर हमला बोल दिया.

इस हमले में नरेश भाटी का गनर और ड्राइवर मारे गए. मगर नरेश भाटी बच गया. मगर सुंदर भाटी ने नरेश भाटी पर दूसरा हमला करवा दिया. मार्च 2004 में नरेश भाटी शादी समारोह से लौट रहा था. तभी सुंदर भाटी ने उसे गोलियों से भून दिया. इस हमले में नरेश भाटी के साथ उसके दो अन्य साथी भी मारे गए.

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