BJP नूपुर शर्मा पर सिर्फ निलंबन की दिखावटी कार्रवाई न करे, वैधानिक कदम उठाए: अखिलेश

यूपी तक

• 03:08 AM • 06 Jun 2022

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से पार्टी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित किए जाने की कार्रवाई को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने…

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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से पार्टी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित किए जाने की कार्रवाई को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिखावा बताया है. साथ ही उन्होंने इशारों-इशारों में यूपी सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह पर भी निशाना साधा है.

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उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भाजपा नूपुर शर्मा पर सिर्फ निलंबन की दिखावटी कार्रवाई न करे, बल्कि वैधानिक कदम उठाए.

अखिलेश ने आगे कहा कि विवादित बयान पर भाजपा से निलंबन तो उनका भी हुआ था, जो आज यूपी की भाजपा सरकार में मंत्री बने बैठे हैं. अखिलेश यादव का यह बयान दयाशंकर सिंह पर निशाने के तौर पर देखा जा रहा है.

बता दें कि रविवार को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी करने के मामले में बीजेपी की तरफ से पार्टी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित किया गया. उनके खिलाफ पार्टी ने जांच के भी आदेश दिए.

बीजेपी ने यह कार्रवाई ऐसे समय की है जब उनके बयान को लेकर विवाद हो गया था और मुस्लिम समुदाय ने इसका भारी विरोध किया था.

इस मुद्दे पर बवाल मचने के बाद पार्टी ने एक तरह से दोनों नेताओं के बयानों से किनारा करते हुए एक बयान जारी कर कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धर्म के पूजनीय लोगों का अपमान स्वीकार नहीं करती.

शर्मा ने टेलीविजन पर एक बहस के दौरान इस्लाम के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जबकि जिंदल ने उनके बारे में ट्विटर पर एक आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिसे उन्होंने बाद में हटा दिया था. इन दोनों टिप्पणियों पर मुस्लिम समूहों ने आपत्ति जताई थी और इसके खिलाफ वे विरोध प्रदर्शन भी कर रहे थे.

उनकी प्रतिक्रियाओं के चलते ट्विटर पर कुछ देशों में भारतीय उत्पादों के बहिष्कार को लेकर एक अभियान भी चल पड़ा था.

बीजेपी की अनुशासनात्मक समिति के सचिव ओम पाठक की ओर से शर्मा को जारी एक पत्र में कहा गया कि उनके द्वारा व्यक्त किए गए विचार विभिन्न मुद्दों पर पार्टी की सोच के विपरीत हैं और यह पार्टी संविधान का स्पष्ट उल्लंघन है.

पत्र में कहा गया, ‘‘आगे की जांच तक आपको पार्टी से और पार्टी की जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है.’’

भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि उनकी पार्टी को ऐसा कोई भी विचार स्वीकार्य नहीं है, जो किसी भी धर्म या संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए. उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा न ऐसे किसी विचार को मानती है और न ही उसे प्रोत्साहन देती है.’’

सिंह ने कहा, ‘‘भारत की हजारों वर्षों की यात्रा में हर धर्म पुष्पित व पल्लवित हुआ है। भारतीय जनता पार्टी सर्व पंथ समभाव को मानती है। किसी भी धर्म के पूजनीयों का अपमान भाजपा स्वीकार नहीं करती.’’

उन्होंने कहा कि देश के संविधान की भी भारत के प्रत्येक नागरिक से सभी धर्मों का सम्मान करने की अपेक्षा है.

सिंह ने कहा, ‘‘आजादी के 75वें वर्ष में, इस अमृत काल में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को निरंतर मजबूत करते हुए, हमें देश की एकता, अखंडता और देश के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी है.’’

(भाषा के इनपुट्स के साथ)

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