अखिलेश के PDA का मतलब पर्सनल डेवलपमेंट असोसिएशन... डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने कसा ये तंज

डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने सपा चीफ अखिलेश यादव के PDA नारे पर तंज कसते हुए इसे 'पर्सनल डेवलपमेंट एसोसिएशन' करार दिया है. कोडीन सिरप मामले और माफियाराज पर पलटवार करते हुए डिप्टी 'सीएम पाठक ने सपा शासन के पर्ची सिस्टम और जातिवाद पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.

Brajesh Pathak

यूपी तक

19 Dec 2025 (अपडेटेड: 19 Dec 2025, 10:30 AM)

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उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है. अखिलेश यादव द्वारा सरकार पर लगाए गए आरोपों और कोडीन सिरप घोटाले के दावों पर पलटवार करते हुए ब्रजेश पाठक ने उनके सबसे चर्चित नारे 'PDA' (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) पर ही तंज कस दिया है. उन्होंने कहा कि अखिलेश का PDA वास्तव में कुछ और नहीं, बल्कि 'पर्सनल डेवलपमेंट एसोसिएशन' है. इसका एकमात्र लक्ष्य अपने और अपने करीबियों का विकास करना रहा है. 

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डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अखिलेश यादव की राजनीतिक शैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया पूरी तरह से दिग्भ्रमित हो चुके हैं. पाठक ने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव के लिए सच्चाई को स्वीकार करना असंभव हो गया है क्योंकि सत्ता और कुर्सी की भूख उन्हें लगातार झूठ बोलने पर मजबूर कर रही है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री का इस तरह के निराधार आरोप लगाना उनकी हताशा को दर्शाता है. ब्रजेश पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव को यूपी के मौजूदा आंकड़े देखकर आश्चर्य होता है क्योंकि उन्होंने खुद कभी प्रदेश को इस ऊंचाई पर नहीं देखा था.

विकास की तुलना और पुराने शासन की यादें

उत्तर प्रदेश के बदलते स्वरूप का जिक्र करते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा कि आज का प्रदेश एक 'डेवलप्ड स्टेट' की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने अखिलेश यादव को उनके शासनकाल की याद दिलाते हुए कहा कि जब सपा की सरकार थी, तब सड़कों की हालत जर्जर थी, रात में प्रदेश अंधेरे में डूबा रहता था और अस्पतालों को तबेले में बदल दिया गया था. डिप्टी सीएम ने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार में राउंड द क्लॉक बिजली आपूर्ति, बेहतर कनेक्टिविटी और सुदृढ़ स्वास्थ्य सेवाएं जनता को मिल रही हैं. प्रदूषण और AQI पर उठ रहे सवालों को खारिज करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि सेंसर की रीडिंग में सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होता, ये पूरी तरह से आईआईटी और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा संचालित होते हैं.

माफियाराज का अंत और भर्ती प्रक्रिया पर सफाई

कानून-व्यवस्था और हाल ही में कोडीन सिरप मामले पर अखिलेश द्वारा किए गए 'बुलडोजर' वाले कमेंट पर भी डिप्टी सीएम ने करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी और बद्दो जैसे कुख्यात अपराधियों का यूपी से पूरी तरह सफाया हो चुका है. माफिया अब प्रदेश में सिर उठाने की हिम्मत नहीं कर सकते और जो बचे हैं वे दुम दबाकर भाग चुके हैं. पाठक ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव इसलिए व्यथित हैं क्योंकि उन्होंने इन्हीं माफियाओं के सहारे सत्ता चलाई थी. इसके साथ ही उन्होंने भर्तियों में जातिवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सपा शासन में एसडीएम के 86 पदों में से 56 एक ही जाति के होते थे, जबकि आज 8085 लेखपालों की भर्ती पूरी पारदर्शिता और मेरिट के आधार पर की गई है.

केवल बयानवीर बनकर रह गए हैं अखिलेश: ब्रजेश पाठक

ब्रजेश पाठक ने अंत में कहा कि वर्तमान सरकार ने 68 हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को भू-माफियाओं के चंगुल से मुक्त कराया है और प्रदेश आज निवेश के मामले में देश में अग्रणी है. उन्होंने अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए कहा कि वह केवल बयानवीर बनकर रह गए हैं. उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक एक्सप्रेस-वे और बेहतर औद्योगिक माहौल भाजपा की देन है. पाठक ने दोहराया कि जनता ने समाजवादी पार्टी का खाता पूरी तरह बंद कर दिया है क्योंकि लोग अब विकास और सुशासन के साथ चलना चाहते हैं, न कि उस दौर में वापस जाना चाहते हैं जहां भर्तियों में 'पर्ची सिस्टम' चलता था और माफिया सरकार के समानांतर सत्ता चलाते थे.

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