उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) एक साथ मिलकर लड़ने वाले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. दरअसल, रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव (Rampur-Azamgarh By-election) में सपा को मिली करारी हार के बाद राजभर, अखिलेश पर तीखा प्रहार करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. वहीं, मंगलवार एक प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश ने भी राजभर पर पलटवार किया. राजभर की सलाह के बारे में पूछे गए एक सवाल पर सपा प्रमुख ने स्पष्ट कहा, “समाजवादी पार्टी को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है.”
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दरअसल, ओमप्रकाश राजभर ने सलाह दी थी कि 2024 का लोकसभा चुनाव समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) को एक साथ मिलकर लड़ना चाहिए.
वहीं, अब अखिलेश के बयान के बाद राजभर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दे दी है. सुभापसा प्रमुख ने यूपी तक को दिए बयान में कहा,
“12 दिन 300 फौज को लेकर के मैं आजमगढ़ में लगातार था. कोई भी लड़ाई बिना कमांडर के नहीं लड़ी जाती. वहां हमने ऐसा महसूस किया कि अगर अखिलेश यादव जी आए होते तो हम चुनाव नहीं हारते.”
ओम प्रकाश राजभर
अखिलेश ने प्रेस वार्ता में राजभर पर आरोप लगाते हुए कहा था, “आजकल जो राजनीति दिखती है वह है नहीं. कई बार राजनीति पीछे से संचालित होती है.” इसके जवाब में सुभापसा मुखिया ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा, “उनकी पार्टी के जो छोटे-बड़े नेता हैं, उनका सुझाव सुनें. उनसे बात करें तो वो खुद ही बता देंगे कि क्या बीमारी है.”
‘मंत्री दया शंकर सिंह ने कहा कि जल्द ही आप बीजेपी के साथ दिखेंगे’ इसपर राजभर ने कहा, “ये तो हम 2019 से सुन रहे हैं. जब मुलायम सिंह जी, योगी जी से गुफ्तगू करते हैं तो आप कोई चर्चा नहीं करते हो…लेकिन राजभर जी जब जाते हैं…तूफान खड़ा हो जाता है.”
‘आपको लोकसभा चुनाव में 5 सीटें देने वाली बात क्या सपा को पसंद नहीं आई है?’ इस सवाल के जवाब में राजभर ने कहा, “अरे कैसे नहीं आई है, सबके आई है. सब ऑल इज वेल है, कोई गड़बड़ नहीं है.”
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