आजमगढ़ उपचुनाव के बाद एक्टिव हुईं मायावती, लखनऊ में बुलाई गई खास बैठक से निकली ये बातें

हाल ही में घोषित हुए आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती एक्टिव मोड आ गई हैं. बता…

यूपी तक

• 07:31 AM • 30 Jun 2022

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हाल ही में घोषित हुए आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती एक्टिव मोड आ गई हैं. बता दें कि आजमगढ़ उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने जीत हासिल की थी. चुनाव में दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी (SP) के धर्मेंद्र यादव और तीसरे नंबर पर बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली रहे थे. चर्चा यह है कि चुनाव में बेशक गुड्डू जमाली तीसरे नंबर पर रहे हों, लेकिन उन्हें हासिल हुए समर्थन से पार्टी ‘उत्साहित’ है.

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इसी कड़ी में बसपा प्रमुख मायावती ने यूपी लोकसभा उपचुनाव के आए परिणाम के तीन दिन बाद यानी गुरुवार को प्रदेश के सभी 18 मंडलों के वरिष्ठ पदाधिकारियों और अन्य प्रमुख जिम्मेवार लोगों की बैठक बुलाई. बैठक में पार्टी संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने और जनाधार के विस्तार के काम को और अधिक तेजी से आगे बढ़ाने के संबंध में मायावती ने जरूरी दिशा-निर्देश दिए. खबर में आगे बासपी की मीटिंग से और क्या प्रमुख बातें निकलीं.

बैठक से और क्या प्रमुख बातें निकलकर आईं, यहां जानिए

द्रौपदी मुर्भू को समर्थन देने का फैसले पर हुई चर्चा

बैठक में कहा गया, “बसपा द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए अनुसूचित जनजाति समाज की महिला द्रौपदी मुर्भू को समर्थन देने का फैसला किसी व्यक्ति अथवा पार्टी विशेष की बजाए उपेक्षित एसटी समुदाय के बहुजन समाज के अभिन्न अंग होने के नाते ही लिया गया है. बसपा ने यह फैसला स्वतंत्र होकर निडरता से लिया है. यह न तो सत्ताधारी एनडीए के पक्ष में है और ना ही विपक्षी यूपीए के विरुद्ध में है.”

नफरती तत्वों से निपटने के लिए ये हुई मांग

बसपा के प्रेसनोट के अनुसार, “देश खासकर उत्तर प्रदेश में सरकार की गलत नीतियों और अहंकारी रवैयों आदि के कारण लगातार बिगड़ते हालात, दिन-प्रतिदिन यहां गंभीर होती जा रही गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी और अशांति का नोट लेते हुए अराजक/नफरती तत्वों के प्रति तुष्टीकरण की बजाय सरकार से केवल दिखावे के लिए नहीं बल्कि पूरी तरह से सख्ती से निपटने की मांग की गई है.

बैठक में उठा ‘अग्निवीर’ का मुद्दा

सेना में भर्ती की नई योजना अग्निवीर को लेकर पार्टी बैठक में कहा गया, “अब सेना में भी ठेके की अस्थाई तौर पर ‘अग्निवीरों’ की भर्ती के विरुद्ध देश भर के नौजवानों में आक्रोश को सरकार गंभीरता से लेकर इसका सही समाधान निकाले.”

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