उत्तर प्रदेश सरकार में जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक (Dinesh Khatik) ने बुधवार रात को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से दिल्ली में मुलाकात की. सूत्रों के अनुसार, यह मुलाकात नड्डा के आवास पर हुई. दोनों नेताओं के बीच इस दौरान में यूपी के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई. इस मौके पर दिनेश खटीक के साथ पश्चिम के सह-संगठन मंत्री कर्मवीर भी मौजूद रहे.
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नड्डा ने खटीक को आश्वासन के साथ दी ये नसीहत
मिली जानकारी के अनुसार, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिनेश खटीक की बातें सुनीं और उन्हें समस्याओं के निराकरण का आश्वासन भी दिया. मगर इसके साथ ही नड्डा ने कातिक को नसीहत दी कि वह सरकार और पार्टी के मसले को पार्टी फोरम में ही उठाएं.
गौरतलब है कि जलशक्ति मंत्री दिनेश खटीक ने दलित होने के चलते विभागीय अधिकारियों द्वारा उनकी अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है. मंत्री ने विभाग में भ्रष्टाचार होने का आरोप भी लगाया है.
खटीक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को संबोधित एक पत्र में इस्तीफे की पेशकश की है. यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
खटीक के पत्र पर अखिलेश ने ली चुटकी
जलशक्ति मंत्री के वायरल पत्र पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “जहां मंत्री होने का सम्मान तो नहीं, परंतु दलित होने का अपमान मिले… तो ऐसी भेदभावपूर्ण भाजपा सरकार से त्यागपत्र देना ही अपने समाज का मान रखने के लिए यथोचित उपाय है.”
मंत्री ने अपने कहा, “मैं दलित समाज से हूं और दलित समाज मुझसे पूरी तरह से जुड़ा हुआ है और यह मुझसे अपेक्षा रखता है कि उनके साथ अन्याय नहीं हो. जब मैं उनके (दलितों) साथ हो रहे अन्नाय के बारे में अधिकारियों को अवगत कराता हूं तो अधिकारी उस पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं, जिससे मेरा ही नहीं बल्कि पूरे दलित समाज का अपमान हो रहा है.”
उन्होंने कहा, “जब विभाग में दलित समाज के राज्य मंत्री का ही कोई अस्तित्व नहीं है, तो फिर ऐसी स्थिति में राज्य मंत्री के रूप में मेरा कार्य करना दलित समाज के लिये बेकार है. इन्हीं सब बातों से आहत होकर मैं अपने पद से त्यागपत्र दे रहा हूं.”
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