UP Political News: उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने सियासी संतुलन साधने का काम शुरू कर दिया है. बता दें कि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (सोनेलाल) की एक अहम मांग को स्वीकार कर लिया है. दरअसल, यह मामला तब शुरू हुआ जब जुलाई महीने में अपना दल (एस) से बगावत कर विजेंद्र प्रताप सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि पार्टी के नौ विधायक उनके साथ हैं और जल्द ही पार्टी में बड़ी टूट होगी. इस बगावत के तुरंत बाद, अनुप्रिया पटेल की पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा था.
ADVERTISEMENT
पत्र में, पार्टी ने विजेंद्र प्रताप सिंह की पत्नी मोनिका आर्य को अधिशासी अधिवक्ता पद से हटाने और उनके साथी अरविंद बौद्ध को पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य पद से बर्खास्त करने की मांग की थी. शुरुआत में, इस पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं होने से अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल सरकार पर नाखुश थे और अपनी पार्टी में संभावित टूट के लिए सरकार को ही जिम्मेदार ठहरा रहे थे. विजेंद्र प्रताप सिंह ने तो अपना एक नया मोर्चा भी बना लिया था.
मगर अब स्थिति बदल गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर अपना रुख साफ कर दिया है. मोनिका आर्य को उनके पद से हटा दिया गया है, जबकि पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्यों का नवीनीकरण (renewal) नहीं होने के कारण अरविंद बौद्ध की सदस्यता भी स्वतः समाप्त हो गई है.
ये भी पढ़ें: लखनऊ के 5 स्टार होटल में हुई 40 ठाकुर विधायकों की कुटुंब बैठक के अंदर के चौंकाऊ डिटेल्स सामने आ गए
ADVERTISEMENT
