UP News: यूपी Tak के खास शो 'आज का यूपी' में हम उत्तर प्रदेश की तीन बड़ी खबरें आपके सामने पेश करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी तैयारियों को देखते हुए एसआईआर को लेकर पूरी बीजेपी को मिशन मोड में झोंक दिया है. वे उन कमजोर सीटों पर पैनी नजर रखे हुए हैं, जहां 'फर्जी वोटर' होने की आशंका है. दूसरी ओर राज्य के डीजीपी ने माना है कि जहरीले कफ सिरप का खतरनाक सिंडिकेट उत्तर प्रदेश से निकलकर नेपाल और बांग्लादेश तक फैल चुका है, जिसमें कई सफेदपोश भी शामिल हैं. वहीं संसद में वंदे मातरम पर चल रही बहस के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अयोध्या से अपने सांसद अवधेश प्रसाद को खड़ा करके बीजेपी को राजनीतिक रूप से चिढ़ाने का काम किया. आइए, जानते हैं इन तीन बड़ी खबरों का पूरा विवरण.
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मुख्यमंत्री योगी का मिशन- फर्जी वोटरों पर शिकंजा, अवैध घुसपैठियों पर पैनी नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी चुनावों को देखते हुए एसआईआर कार्यक्रम को अपनी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर रखा है. उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हर मंडल में लगातार दौरे किए हैं, खास तौर पर मुजफ्फरनगर और अलीगढ़ जैसे जिलों पर उनकी विशेष निगाह है. जहां उन्हें फेक वोटरों की तादाद सबसे ज्यादा लगती है. मुख्यमंत्री सभी सांसद, विधायक और एमएलसी को क्लोज डोर मीटिंग्स में यह खास निर्देश दे रहे हैं कि वे सुनिश्चित करें कि उनका एक भी सच्चा वोटर सूची से छूटने न पाए. कोई भी गलत या फर्जी वोटर सूची में जुड़ने न पाए.
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सीएम योगी इन 2 रणनीति के पीछे कर रहे काम
सीएम योगी की पहली रणनीति डुप्लीकेट वोटरों को हटाना और दूसरी अवैध घुसपैठियों से इलेक्ट्रोरल रोल को मुक्त करना. इस संबंध में सफाईकर्मियों की भरमार वाली 17 नगर निकायों में एक स्पेशल ड्राइव चल रही है. मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद जो बीजेपी कार्यकर्ता पहले उदासीन थे, वे भी अब मिशन मोड में आ गए हैं. इसी बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इशारा दिया है कि हो सकता है कि एसआईआर की समय सीमा को थोड़ा बढ़ाया जाए.
जहरीले कफ सिरप का सिंडिकेट नेपाल और बांग्लादेश तक फैला!
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात स्वीकार की कि जहरीले कफ सिरप का कारोबार उत्तर प्रदेश की सीमाओं को पार कर नेपाल और बांग्लादेश तक फैला हुआ था. डीजीपी ने यह भी माना कि इस खतरनाक सिंडिकेट में कई सफेदपोश लोग शामिल हैं जिनका अभी बेनकाब होना बाकी है. उन्होंने कहा ki इस गंभीर मामले की तह तक जाने के लिए अब एक एसआईटी (SIT) का गठन किया जा रहा है, जिसका समन्वय एक आईजी स्तर का अधिकारी करेगा. यह जांच इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रदेश के कुल 28 जिलों में इस मामले से जुड़ी 128 एफआईआर दर्ज हैं. हालांकि, इस पूरे मामले का मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल अभी भी फरार है, लेकिन सरकार अब इस सिंडिकेट को बख्शने के मूड में नहीं दिख रही है.
अखिलेश यादव ने अयोध्या सांसद से BJP को चिढ़ाया!
संसद में वंदे मातरम गीत के 150 साल पूरे होने पर विशेष चर्चा चल रही थी. जब अखिलेश यादव इस विषय पर बोल रहे थे और उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ मुखबिरी करने वालों पर तंज कसा, तो सत्ता पक्ष (बीजेपी) की तरफ से शोरशराबा शुरू हो गया. शोरशराबा होते ही अखिलेश यादव ने तुरंत अपने बगल में बैठे अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद को खड़ा किया. अखिलेश ने उन्हें खड़ा करके फिर बैठने को कहा. यह एक तरह का राजनीतिक दांव था, जिसमें उन्होंने बीजेपी को यह याद दिलाया कि वे अयोध्या सीट हार चुके हैं. क्या अखिलेश यादव के लिए अब अवधेश प्रसाद बीजेपी को चिढ़ाने का एक बड़ा चेहरा बन गए हैं? इस बात की चर्चा अब तेज है.
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