अखिलेश यादव ने दिया बड़ा इशारा, बताया कहां से लड़ सकते हैं 2024 का लोकसभा चुनाव

कुमार अभिषेक

• 08:43 AM • 24 Nov 2022

UP Political News: उत्तर प्रदेश में इन दिनों उपचुनाव का माहौल है. प्रदेश के लोगों की नजरें मैनपुरी, रामपुर और खतौली की ओर लगी हुई…

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UP Political News: उत्तर प्रदेश में इन दिनों उपचुनाव का माहौल है. प्रदेश के लोगों की नजरें मैनपुरी, रामपुर और खतौली की ओर लगी हुई हैं. दरअसल, इन तीनों ही जगह उपचुनाव होना है. उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी एड़ी-चोटी का जोर लगाती हुई नजर आ रही है. मगर इस बीच सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है. पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने इशारा किया है कि वह 2024 में कन्नौज सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.

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सपा सुप्रीमो ने कहा,

“क्या करेंगे खाली बैठकर घर में, अरे हमारा तो काम ही चुनाव लड़ना है. जहां पहला चुनाव लड़े वहां फिर चुनाव लड़ेंगे. चुनाव लड़ना ही लड़ना है. इसमें क्या सवाल पूछना? वैसे पार्टी तय करेगी कि चुनाव में क्या करना है.”

अखिलेश यादव

आपको बता दें कि अखिलेश ने अपना पहला चुनाव कन्नौज से ही लड़ा था.

कैसे हुई अखिलेश की राजनीति में एंट्री?

दिसंबर 1999 का वक्त था. अखिलेश अपनी पत्नी डिंपल के साथ नवविवाहित जोड़ों की पसंदीदा जगहों में से एक देहरादून में थे. अचानक अखिलेश को एक फोन आया, यह फोन उनके पिता मुलायम का था. मुलायम ने अखिलेश से कहा, ”घर लौट आओ. तुम्हें कन्नौज से लोकसभा का उपचुनाव लड़ना है.” पिता के आदेश का पालन करते हुए अखिलेश देहरादून से सैफई के लिए रवाना हो गए.

उस वक्त कन्नौज की सीट की कहानी यह थी कि 1999 के लोकसभा चुनाव में मुलायम ने इस सीट के साथ-साथ संभल से भी चुनाव लड़ा था. चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था कि जिस सीट से उनको कम वोट मिलेंगे, वह उसे छोड़ देंगे. ऐसे में जब संभल के मुकाबले कन्नौज में उनकी जीत का अंतर कम रहा तो उन्होंने इस सीट को छोड़ने का फैसला किया.

हालांकि, उनके इस फैसले के बाद सीट के कई दावेदार सामने आने लगे और पार्टी में भीतरघात की आशंकाएं पैदा होने लगीं. ऐसे में काफी मंथन के बाद अखिलेश को इस सीट से समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया. अखिलेश ने साल 2000 में इस उपचुनाव को जीतकर अपने चुनावी राजनीतिक करियर की शुरुआत की. इसके बाद साल 2004 और 2009 के लोकसभा चुनावों में भी अखिलेश इसी सीट से जीते.

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