अब सरेंडर कर देगा कोडिन कफ सिरप का मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल? पुलिस ने कर ली है पूरी तैयारी

यूपी विधानसभा में कोडीन कफ सिरप की तस्करी का मामला एक बार फिर से गर्माने के बाद वाराणसी पुलिस ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पुलिस ने शुभम जायसवाल के इनाम की राशि बढ़ाकर 50 हजार कर दी है.

Shubham Jaiswal

रोशन जायसवाल

24 Dec 2025 (अपडेटेड: 24 Dec 2025, 12:15 PM)

follow google news

वाराणसी पुलिस ने कोडीन कफ सिरप तस्करी मामले में फरार चल रहे शुभम जायसवाल की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पुलिस ने शुभम पर घोषित इनाम की राशि को 25 हजार से बढ़ाकर अब 50 हजार रुपये कर दिया है. शुभम जायसवाल पर पहले से ही लुकआउट नोटिस जारी हुआ था. लेकिन अब पुलिस ने उसके तीन साथियों आकाश पाठक, दिवेश जायसवाल और अमित जायसवाल के खिलाफ भी लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है. बताया जा रहा है कि दिवेश तस्करी में शामिल दवा कारोबारी का अकाउंट ऑपरेट करता था. जबकि अमित और आकाश लोगों को फर्जी फर्म बनाने के लिए तैयार करते थे.

यह भी पढ़ें...

यूपी विधानसभा में कोडीन कफ सिरप की तस्करी का मामला एक बार फिर से गर्माने के बाद वाराणसी पुलिस ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस पूरे सिंडिकेट के मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल समेत अन्य आरोपियों जिसमें आकाश पाठक, दिवेश जायसवाल और अमित जायसवाल के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया गया है. इनमें रांची की फर्म शैली ट्रेडर के कर्ताधर्ता शुभम जायसवाल, DSA फार्मा का प्रोपराइटर दिवेश जायसवाल, सोनिया काजीपुरा खुर्द निवासी अमित जायसवाल और सिद्धमाता लेन गोलघर निवासी आकाश पाठक शामिल है.

शुभम जायसवाल पर 50 हजार का इनाम 

पुलिस ने शुभम जायसवाल पर घोषित इनाम की राशि को 25 हजार से बढ़ाकर अब 50 हजार रुपये कर दिया है. जांच में यह खुलासा हुआ है कि शुभम के लिए दिवेश जायसवाल और अमित जायसवाल फर्जी फर्मों का पंजीकरण कराने और बोगस तरीके से ई-वे बिल जनरेट करने का काम करते थे. ये आरोपी नए लड़कों को 40 से 50 हजार रुपये प्रति माह का लालच देकर उनके नाम पर बैंक खाते, फर्म पंजीकरण और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज जुटाते थे जिनका इस्तेमाल तस्करी के अवैध कारोबार को छिपाने के लिए किया जाता था.

शुभम जायसवाल की संपत्ति होगी कुर्क

वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में इस कार्रवाई के लिए ब्यूरो आफ इमीग्रेशन के पास प्रस्ताव भेजा था. लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद आरोपियों के विदेश भागने की कोशिशों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. वाराणसी के कोतवाली,रामनगर, रोहनिया और सारनाथ थानों में इस मामले से संबंधित मुकदमे दर्ज हैं जिसकी जांच SIT कर रही है. पुलिस अब सरगना शुभम जायसवाल, उसके परिवार और करीबियों की उन संपत्तियों की पहचान कर रही है जो तस्करी के काले धन से बनाई गई हैं. इन सभी संपत्तियों को जब्त किया जाएगा. फिलहाल आरोपियों को न्यायालय से भी कोई कानूनी राहत नहीं मिली है.

ये भी पढ़े: पूर्व बीजेपी MLA कुलदीप सेंगर को मिली जमानत तो फूट-फूटकर रोई उन्नाव रेप पीड़िता फिर कैमरे पर ये सब बोली

 

 

    follow whatsapp