UP News: एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने मुजफ्फरनगर पुलिस के साथ मिलकर शाहरुख पठान के खिलाफ ऑपरेशन चलाया और बदमाश शाहरुख पठान को एनकाउंटर में मार गिराया. शाहरुख पठान, माफिया मुख्तार अंसारी और संजीव जीवा का करीबी और उनका शूटर था. इसके खिलाफ कई हत्या और रंगदारी के केस दर्ज थे और इसका नाम यूपी से लेकर उत्तराखंड तक में हुए हत्याकांडों में सामने आ चुका था.
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अब जब एसटीएफ ने शाहरुख पठान को मार गिराया तो उसका शव मुजफ्फरनगर स्थित उसके घर पर पहुंचा. इस दौरान वहां जो हुआ, वह नाराजा देख आप भी चौंक जाएंगे.
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शाहरुख पठान मुजफ्फरनगर के खालापार का रहने वाला था. इसका शव जब इसके घर पहुंचा तो वहां भारी भीड़ जमा हो गई. हर तरफ लोगों की भीड़ जुट गई. बदमाश शाहरुख पठान के जनाजे में काफी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.
बता दें कि शाहरुख पठान के जनाने को कंधा देने के लिए भी लोगों की उत्सुकता देखी गई. उसके घर से लेकर सड़क तक लोगों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा. इस दौरान मुजफ्फरनगर पुलिस भी तैनात रही और हर तरफ नजर रखी रही.
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शाहरुख पठान की कहानी भी जानिए
शाहरुख पठान, माफिया संजीव जीवा का करीबी सहयोगी था. वह मुख्तार अंसारी का भी शूटर था. ये हाल ही में बेल पर रिहा हुआ था. मगर आते ही इसने संभल में हत्या का प्रयास किया था, जिसको लेकर इसके खिलाफ केस दर्ज था. बता दें कि शाहरुख के खिलाफ दर्जनों केस दर्ज थे. हत्या और रंगदारी के कई मामलों में इसका नाम सामने आया था.
पुलिस के अनुसार, शाहरुख पठान को उसके चाचा अमीर आजम ने गोद लिया था. मुजफ्फरनगर के फक्करसा चौक का निवासी आजम उसी स्थान पर एक साइकिल रिपेयर की दुकान चलाता है. पठान बचपन से उनके साथ रहने लगा था और अक्सर दुकान पर बैठता था. इसी दौरान उसकी दोस्ती खलापार, मुजफ्फरनगर के अपराधी सोबी से हुई. इलाके में भौकाल दिखाने के लिए दोनों ने असिफ जायदा नामक शख्स की हत्या कर दी. जिस समय हत्या की, उस समय मृतक पुलिस हिरासत में था.
शाहरुख के ऊपर आसिफ के पिता की भी हत्या का आरोप लगा,क्योंकि वह मामले में गवाह थे. इसके खिलाफ हरिद्वार में कंबल व्यापारी की हत्या का भी आरोप लगा. आरोप है कि संजीव जीवा के कहने पर इसने ये हत्या की थी. एसटीएफ के लिए शाहरुख पठान एनकाउंटर बड़ी कामयाबी मानी जा रही है.
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