उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है. यहां अदनान नाम के एक 2 साल के बच्चे की रेबीज के कारण मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले एक आवारा कुत्ते ने अदनान के खुले घाव को चाट लिया था. इसके बाद बच्चे में रेबीज के लक्षण दिखने लगे. लेकिन समय से इलाज ना मिलने पर बच्चे की मौत हो गई. इस खबर ने ग्रामीणों में डर पैदा कर दिया है. साथ ही पूरा परिवार और गांव के लोग अदनान की मौत से सदमें में हैं.
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बदायूं सीएमओ ने क्या कहा
डॉ. रामेश्वर मिश्रा सीएमओ बदायूं ने कहा कि 'उन्हें इस मामले में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए थी. उन्हें अस्पताल जाकर एंटी-रेबीज वैक्सीन लगवानी चाहिए थी. जिला अस्पताल से संबद्ध सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी-रेबीज वैक्सीन का प्रचुर भंडार है. लोगों को कोई भ्रांति नहीं पालनी चाहिए. उन्हें समय पर एंटी-रेबीज वैक्सीन लगवानी चाहिए और डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए. इलाज से बेहतर बचाव है.
क्या है रेबीज और कैसे करें बचाव?
सीएमओ डॉ. रामेश्वर मिश्रा ने रेबीज के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह एक खतरनाक वायरस है जो कुत्ते, लोमड़ी, बंदर या बिल्ली जैसे जानवरों के काटने से फैल सकता है. अगर किसी व्यक्ति के घाव पर संक्रमित जानवर की लार लग जाए, तो वह रेबीज से संक्रमित हो सकता है.
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