अपना ही घर बना कैदखाना और जिंदा कंकाल जैसी बन गईं रश्मि राठौर, पिता मरे मिले तो नौकर-नौकरानी का भयानक कांड सामने आया!

UP News: यूपी के महोबा से ऐसी खबर सामने आई है, जिसने लोगों को हिला कर रख दिया है. यहां नौकर-नौकरानी पति-पत्नी ने मकान मालिक और उनकी बेटी को उनके घर पर ही कैद कर लिया. 5 साल तक उनका अपना ही घर उनके लिए कैदखाना बन गया.

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नाहिद अंसारी

30 Dec 2025 (अपडेटेड: 30 Dec 2025, 01:21 PM)

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UP News: महोबा के रहने वाले ओम प्रकाश सिंह राठौर सीनियर क्लर्क के पद से रिटायर्ड थे. पत्नी की मौत कुछ साल पहले हो गई थी. एक बेटी थी रश्मि, जो मानसिक विक्षिप्त थी. पत्नी की मौत के बाद ओपी राठौर बेटी के साथ दूसरे मकान में रहने लगे. इस दौरान उन्होंने नौकर दंपति रामप्रकाश कुशवाहा और उसकी पत्नी रामदेवी को अपनी और बेटी की देखभाल के लिए घर पर रख लिया. उन्हें लगा कि ये दोनों पति-पत्नी उसकी और उसकी बेटी की देखभाल कर लेंगे. मगर उन्हें ये नहीं पता था कि वह अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती करने जा रहे हैं और इसके बाद से उन्हें दाने-दाने के लिए मोहताज कर दिया जाएगा. उनका अपना ही घर उनके लिए कैदखाना बना दिया जाएगा.

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कंकाल जैसी बन गई बेटी रश्मि

बता दें कि पिछले 5 सालों से पिता-बेटी घर पर ही रहे. मगर अंदर खाने उनके साथ क्या हो रहा था, ये बाहर किसी को भी अंदाज नहीं था. साल 2016 में पत्नी की मौत के बाद घर की सारी जिम्मेदारी नौकर दंपति पर आ गई थी. अब जब राठौर के परिजनों को उनके निधन की जानकारी मिलती है तो वह इस घर में चले ही जाते हैं. मगर अंदर जाकर जो वह देखते हैं, उससे उनकी चीख निकल जाती है.

बताया जा रहा है कि परिजनों को बेटी नीचे मौजूद एक अंधेरे कमरे में मिली. उसके ऊपर कंबल डला था. बेड पर बिस्तर तक नहीं था. जब परिजनों ने कंबल उठाया को वह सकते में रह गए. दरअसल युवती 80 साल की बुजुर्ग लग रही थी और उसके शरीर से मांस ही गायब था. देख कर ऐसा लग रहा था जैसे की जिंदा युवती का बस कंकाल ही हो. युवती बेहद ही कमजोर हालत में मिली है.

आरोप है कि नौकर दंपति बाप-बेटी को भूखा रखते थे. वह खुद उनके पैसों और घर पर ऐश करते थे. उन्होंने पिछले 5 सालों से राठौर और उनकी बेटी को उनके ही घर में कैद करके रखा था. इस दौरान बाप-बेटे दाने-दाने के लिए मोहताज हो गए थे. जब भी उनके परिजन मिलने के लिए घर आते तो ये लोग कहते कि मालिक किसी ने मिलना नहीं चाहते. मगर जब उनकी मौत हुई तो परिजन घर में आ ही गए. बताया जा रहा है कि प्रताड़ना और भूख की वजह से राठौर की मौत हुई है.

बता दें कि परिजनों द्वारा पुलिस को मामले की जानकारी दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.

पुलिस ने अब ये बताया

इस पूरे मामले को लेकर (पुलिस अधीक्षक) महोबा वंदना सिंह ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए बताया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण क्रॉनिक लंग डिजीज पाया गया है. साथ ही मृतक की पुत्री मानसिक रूप से विक्षिप्त बताई जा रही है, जो मौके पर अत्यंत कमजोर अवस्था में मिली. परिजनों ने नौकर और नौकरानी पर आरोप लगाए हैं. जांच में सामने आया है कि ये दोनों पिछले 8 सालों से यहां देखभाल कर रहे थे. इसकी वजह से मृतक ने मकान की रजिस्टर्ड बिल भी नौकर की पत्नी के नाम कर दिया था. जांच में ये भी पता चला है कि मृतक के परिजनों ने भी कभी मृतक और उसकी बेटी के देखभाल की कोई कोशिश नहीं की. पुलिस को भी कोई सूचना नहीं दी. परिजनों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की जांच की जा रही है. जो भी सामने आएगा, उसी के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.

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