शामली के बिडोली जंगल में पुलिस ने देर रात मिथुन को मार गिराया, कौन था ये बदमाश जिसे मारने में पुलिसवाले को भी लगी गोली?

UP News: शामली पुलिस ने जंगल में मिथुन का एनकाउंटर कर दिया है. इस दौरान पुलिसवालों को भी गोलियां लगी हैं. जानिए ये मिथुन कौन था और इसका एनकाउंटर कैसे हुआ?

UP News (एनकाउंटर में मारा गया मिथुन, घायल पुलिसकर्मी)

शरद मलिक

02 Dec 2025 (अपडेटेड: 02 Dec 2025, 09:03 AM)

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उत्तर प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. शामली के झिंझाना थाना क्षेत्र के बिडोली जंगल में सोमवार देर रात हुई मुठभेड़ में बावरिया गिरोह का सरगना और कुख्यात अपराधी मिथुन मारा गया. मिथुन पर शामली और बागपत पुलिस की तरफ से कुल सवा लाख रुपये का इनाम घोषित था. इस मुठभेड़ में पुलिस की संयुक्त टीम के एक हेड कांस्टेबल घायल हुए हैं. थाना प्रभारी भी बाल-बाल बच गए हैं.

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देर रात ऐसे हुई मुठभेड़ की शुरुआत

पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि देर रात सूचना मिली थी कि झिंझाना थाना क्षेत्र के वेदखेड़ी-मंसूरा मार्ग पर बावरिया गिरोह के सदस्य किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में हैं. इस सूचना पर झिंझाना पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने तत्काल घेराबंदी की. पुलिस को देखते ही बदमाशों ने बिना किसी चेतावनी के ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गिरोह का सरगना मिथुन ढेर हो गया. अंधेरे का फायदा उठाकर उसका साथी राहुल मौके से फरार होने में सफल रहा.

मुठभेड़ में पुलिसवालों को भी लगी गोली

दोनों ओर से हुई फायरिंग में एसओजी के हेड कांस्टेबल हरविंदर गोली लगने से घायल हो गए. उन्हें तुरंत ऊन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. झिंझाना थाना प्रभारी वीरेंद्र कसाना की जैकेट में गोली लगकर निकल गई. घटना की सूचना मिलते ही एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह तत्काल मौके पर पहुंचे और पूरे घटनास्थल का निरीक्षण किया. बदमाश के पास से पुलिस ने एक कार्बाइन और एक मेड इन इटली पिस्टल भी बरामद की है.

कौन था मिथुन? दर्ज थे 20 से अधिक मुकदमे

बावरिया गिरोह का सरगना मिथुन एक शातिर अपराधी था, जिस पर लूट और हत्या जैसे गंभीर अपराधों के 20 से अधिक मुकदमे दर्ज थे. उस पर शामली पुलिस की ओर से 1 लाख रुपये और बागपत पुलिस की ओर से 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था.  एसपी के अनुसार, मिथुन ने कांवड़ यात्रा के दौरान बागपत में एक महिला से लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इसके अलावा, वह 2017 में झिंझाना में हुए भारत कुमार हत्याकांड में भी शामिल रहा था.  पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक मिथुन पर पहला मुकदमा मारपीट का दर्ज हुआ था.

कई राज्यों में फैला रखा था नेटवर्क

मिथुन सिर्फ वेस्ट यूपी तक ही सीमित नहीं था, बल्कि उसने कई राज्यों में अपना ठिकाना और आतंक का नेटवर्क बना रखा था. वह शामली, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर जैसे उत्तर प्रदेश के जिलों में घटनाओं को अंजाम देने के बाद पंजाब, साउथ दिल्ली, जयपुर और अन्य स्थानों पर शरण लेता था. पुलिस ने बताया कि उसके गिरोह के सदस्यों ने तमिलनाडु में भी कई लूट की वारदातों को अंजाम दिया था. उसका मुख्य मकसद विभिन्न राज्यों में अपना प्रभाव और खौफ फैलाना था. अब पुलिस फरार हुए बदमाश राहुल की तलाश में जुट गई है.

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