UP News: जालौन के SHO अरुण राय डेथ केस की चर्चा जारी है. उन्होंने आत्महत्या की या उनका मर्डर किया गया इस बात की जांच पुलिस कर रही है. मामले में सिपाही मीनाक्षी शर्मा को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया है. कहा जा रहा है कि मीनाक्षी के SHO से अवैध संबंध थे और वह उन्हें लगातार ब्लैकमेल कर रही थी. जब अरुण राय की मौत हुई तब मीनाक्षी वहीं पर थी. इस बीच यूपी Tak अरुण राय के गांव पहुंचा है. यहां हमने SHO अरुण के बड़े भाई अरविंद राय से बात की. उन्होंने जो बताया उसे आप खबर में विस्तार से जानिए.
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मूल रूप से संतकबीरनगर जिले के निवासी इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की मौत के बाद उनके पैतृक गांव रतनौली में सन्नाटा पसरा हुआ है. अरुण राय की पत्नी माया राय घटना के बाद से ही सदमे हैं. वह कुछ भी बात करने की स्थिति में नहीं हैं. यूपी Tak से बातचीत में अरुण राय के बड़े भाई अरविंद राय ने कई बड़ी बातें कही हैं.
'यह कभी नहीं हो सकता है कि उन्होंने सुसाइड किया हो'
उन्होंने कहा, "यह बहुत दुखद घटना है. जिस शख्स ने 25-30 साल की उम्र में ऐसा नहीं किया वह अब ऐसा क्यों करेगा. यह जांच का विषय है. दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उनका नेचर बहुत अच्छा रहा है. यह कभी नहीं हो सकता है कि उन्होंने सुसाइड किया हो. वह कभी सुसाइड नहीं कर सकते. 100% यह बात गलत है."
उन्होंने आगे कहा, "जिसने 25-30 साल की उम्र में ऐसा कुछ नहीं किया वह अब जिम्मेदार होकर ऐसा काम कर सकता है? अभी वह हाल ही में घर आए थे. हम लोगों से मिलकर गए. ऐसी कोई बात नहीं थी. ना कभी इसका जिक्र किया. ऐसी कोई बात होती तो बताते. लेकिन ऐसी कोई बात थी ही नहीं. इस संबंध में उन्होंने पत्नी से भी कोई बात नहीं की थी. जांच में सब साफ हो जाएगा."
जब अरुण राय ने खुद को मारी गोली तब वहां थी मीनाक्षी
जिस समय अपने सरकारी आवास पर अरुण राय ने खुद को गोली मारी, उस समय वहां सिर्फ मीनाक्षी शर्मा मौजूद थी. अब इस मामले में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं. सूत्रों का कहना है कि एसएचओ अरुण राय और सिपाही मीनाक्षी शर्मा के बीच काफी करीबियां, नजदीकियां थीं. जिस समय अरुण राय ने खुद को गोली मारी, मीनाक्षी वहां से चिल्लाती हुई बाहर निकली और उसने ही पुलिस को घटना के बारे में बताया. मगर फिर वह गायब हो गई. इसके बाद पुलिस का शक उसपर चला गया. बताया जा रहा है कि साल 2024 से ही मीनाक्षी और इंस्पेक्टर अरुण राय के बीच करीबियां थीं. जब से उसका यहां ट्रांसफर हुआ था, तभी से ही वह अरुण राय के संपर्क में थी.
बरेली में मिनाक्षी के चक्कर में सिपाहियों में चल गई थीं गोलियां
बताया जा रहा है कि मीनाक्षी पुलिस अधिकारियों, दारोगाओं, सिपाहियों को अपने जाल में फंसाती थी फिर उन्हें ब्लैक मेल करती थी. बरेली में तो मीनाक्षी के चक्कर में सिपाहियों के बीच थाने में ही गोलियां चल गईं थी. मीनाक्षी ब्लैक मेल करके, पुलिस अधिकारियों, सिपाहियों से अच्छा पैसा वसूलती थी.
सूत्रों की मानें तो 8 फरवरी साल 2026 के दिन मीनाक्षी की शादी थी. शादी का खर्चा मीनाक्षी अरुण राय से मांग रही थी. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार दोनों के बीच कुछ समय से तनाव चल रहा था. मीनाक्षी ने अपना जन्मदिन अपने परिवार के साथ मेरठ में मनाया था, जिससे अरुण राय खुश नहीं थे. इस दौरान अरुण राय और मीनाक्षी के बीच फोन-वीडियो कॉल भी हुए. घटना वाले दिन मीनाक्षी सीधा मेरठ यानी अपने घर से जालौन आई और अरुण राय के सरकारी आवास पर गई. माना जा रहा है कि इसी दौरान दोनों के बीच विवाद हुआ औ अरुण राय ने गुस्से में खुद को गोली मार ली.
अरुण राय के इतना करीब कैसे आ गई थी मीनाक्षी?
मिली जानकारी के मुताबिक, साल 2023 में मीनाक्षी का बरेली से ट्रांसफर कर उसे जालौन भेज दिया गया. यहां उसकी तैनाती जालौन की कोंच कोतवाली में हुई. यहां अरुण राय थाना प्रभारी थे. इसके बाद ही मीनाक्षी उनके काफी करीब आ गई. बताया जा रहा है कि जब वह पूरी तरह से अरुण राय के करीब हो गई तो ऐसा लगा कि उसके पंख ही लग गए. सूत्रों का कहना है कि वह बिना वर्दी के थाने आने लगी. महंगे से महंगे कपड़े पहनने लगी और अच्छे से अच्छे मोबाइल का इस्तेमाल करने लगी. यहां तक की थाने में किसकी ड्यूटी कब लगेगी, इसका फैसला भी मीनाक्षी करने लगी.
जब उसकी गतिविधियों का पता बड़े अधिकारियों को चला तो उसे डायल-112 में तैनात कर दिया गया. इसी के साथ अरुण राय को पूरी कोतवाली का चार्ज दे दिया गया. मगर मीनाक्षी और अरुण राय के बीच संपर्क खत्म नहीं हुआ. दोनों लगातार मिलते-जुलते रहे.
आपको बता दें कि इस मामले में अरुण राय की पत्नी ने मीनाक्षी के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है. फिलहाल मीनाक्षी जेल में बंद हैं. उसके परिजन भी इस मामले को लेकर खामोश हैं.
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