उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक झकझोर देने वाली घटना सामने आई है. यहां भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के एक नेता प्रदीप धामा की पत्नी वर्षा की कोबरा के डसने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई. वर्षा की मौत के बाद परिजनों ने जिला अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं.परिवार का दावा है कि वर्षा की मौत सांप के जहर से नहीं बल्कि डॉक्टरों की घोर लापरवाही और इंजेक्शन के ओवरडोज से हुई.ऐसे में अब परिजनों ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग की है.
ADVERTISEMENT
किचन में काम करते हुए कोबरा ने डसा
मृतका वर्षा के परिजनों ने बताया कि रात में घर के काम के दौरान रसोई के पास एक कोबरा सांप ने उन्हें डस लिया था. घबराहट में उन्हें पहले सीएचसी बागपत ले जाया गया जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. वर्षा के पति प्रदीप धामा और चाचा प्रताप गुर्जर का आरोप है कि अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने किसी तरह की ब्लड जांच या ब्लड प्रेशर चेक किए बिना सीधे एक इंजेक्शन का ओवरडोज लगा दिया.
परिजनों ने लगाए ये आरोप
मृतका के चाचा प्रताप गुर्जर ने कहा, 'डॉक्टरों ने सही इलाज नहीं किया. बिना ब्लड टेस्ट के फुज डोज इंजेक्शन लगा दिया जिसके महज 15 सेकंड के बाद ही मेरी भतीजी ने दम तोड़ दिया.' पति प्रदीप धामा ने भी आरोप लगाया कि इंजेक्शन लगाते ही उनकी पत्नी को गले में दिक्कत हुई और 3 सेकंड के भीतर ही उनकी सांसें थम गईं. परिवार ने इसे डॉक्टरों की विभागीय लापरवाही बताया है.परिवार ने दोषियों की गिरफ्तारी तक मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है.
सीएमएस ने ये कहा
सीएमएस डॉ. अनुराग वार्ष्णेय ने कहा कि लक्षण देखने से लगा कि महिला को कोबरा ने डसा था, और सांप काटने से ही मौत हुई है. परिजनों के आरोप गलत हैं . फिलहाल पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का असली कारण स्पष्ट होगा. अगर किसी स्तर पर लापरवाही मिली तो एक्शन लिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: लखनऊ में 72 सस्ते सरकारी फ्लैट की चाबी लोगों को मिली, जानें किस जाति को गए कितने फ्लैट
ADVERTISEMENT









