UP News: बिजनौर जिले के नगीना में रहने वाले दिलशाद अहमद ने अपनी बेटी का रिश्ता नजीबाबाद के रहने वाले युवक से तय किया था. बेटी के निकाह का सपना पाले हुए दिलशाद अहमद ने अपनी पूरी ताकत निकाह की तैयारियों में लगा दी थी. निकाह का कार्यक्रम भी एक बैंक्वेट हॉल में रखा गया. बारात का धूमधाम से स्वागत भी हुआ और निकाह भी हो गया.
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अब बारी आई दहेज का सामान देने की. दिलशाद अहमद ने दहेज का सामान अपने घर पर रखा था. सोचा था कि जब निकाह हो जाएगा और बेटी की विदाई का समय आएगा, तब वह दहेज का सामान घर से लाकर बेटी के ससुराल पक्ष को दे देंगे. मगर आगे उनके साथ जो हुआ, उसने हर किसी को हैरान कर दिया.
घर हो चुका था खाली
दिलशान अहमद ने दहेज के लिए दिया जाने वाला सामान, जिसमें 15 तोला सोना-जेवर और नगदी थी, अपने घर पर ही रखा था. निकाह के बाद और विदाई से पहले उन्होंने अपने रिश्तेदार को घर भेजा और कहा कि वह घर में रखा दहेज का सामान सुरक्षित तरीके से निकाह स्थल पर ले आए.
बताया जा रहा है कि जैसे ही दिलशाद अहमद का भतीजा दहेज का सामान लेने के लिए उनके घर पहुंचा, तो उसने देखा कि घर के ताले टूटे हुए थे और अंदर दहेज के लिए रखा सारा सामान गायब था. दरअसल घर में चोरी हो चुकी थी. उसने फौरन दिलशाद अहमद को घटना की सूचना दी. भागे-भागे वह भी घर पहुंचे और मंजर देख सकते में आ गए. बेटी के निकाह और दहेज के लिए रखा 15 तोला सोना और 75 हजार रुपये गायब हो चुके थे.
निकाह स्थल पर फैला तनाव
जैसे ही ये खबर निकाह स्थल पर फैली, सभी हैरान रह गए. विदाई का समय हो रहा था और ये सारा सामान दहेज के लिए दूल्हे को दिया जाना था. इसमें बेटी का जेवर भी था, जो दिलशाद अहमद ने अपनी बेटी को दिया था. ऐसे में बेटी की विदाई भी घंटों रुकी रही. घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. फिर किसी तरह से विदाई भी पूरी हुई.
फिलहाल नगीना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. पुलिस सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है. ये पूरा मामला चर्चाओं में बना हुआ है.
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