Kanpur News: पिछले साल नूपुर ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे. पढ़ाई में काफी तेज नूपुर से परिजनों को भी काफी उम्मीद थी. पिछले साल भी उसने नीट परीक्षा दी थी. मगर उसका सलेक्शन नहीं हो पाया था. ऐसे में इस बार भी वह नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी. आज उसकी नीट परीक्षा थी. मगर वह परीक्षा में शामिल नहीं हो पाई.
ADVERTISEMENT
दरअसल आज जब देशभर में नीट (मेडिकल एग्जाम) हो रहा है तो कानपुर में नूपुर के परिवार में कोहराम मचा हुआ है. जिस परीक्षा के लिए नूपुर 1 साल से लगी हुई थी, उसने दिन-रात 1 कर दिया था, उस परीक्षा से 24 घंटे पहले ही वह हिम्मत हार गई और उसने अपनी जिंदगी खत्म कर ली. नूपुर को जानने वाले सभी लोग उसके इस कदम से सदमे में हैं. किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि उसने अपनी जिंदगी खत्म कर ली है. दरअसल नूपुर का लक्ष्य डॉक्टर बनने का था. उसके ऊपर कोई प्रेशर भी नहीं था. मगर माना जा रहा है कि उसका डॉक्टर बनने का यही जुनून उसकी मौत की वजह बना और परीक्षा से 24 घंटे पहले उसने दुनिया को अलविदा कह दिया.
ये भी पढ़ें: BSc कर रही 19 साल की छात्रा प्रिया तिवारी की हुई मौत, रिजवान को लेकर इटावा में भारी गुस्सा, यहां क्या हुआ?
क्यों उठाया इतना बड़ा कदम?
नूपुर के पिता राम प्रकाश उरई में तैनात हैं, जबकि उसकी मां रामप्यारी कानपुर के प्रतिष्ठित एचबीटीयू इंजीनियरिंग संस्थान में सर्विस करती है. शनिवार की सुबह नीट एग्जाम से ठीक 24 घंटे पहले उसने अपने घर में कथित फंदा लगाकर अपनी जान दे दी. जिस समय छात्रा ने ये कदम उठाया, वह घर में अकेली थी. उसका छोटा भाई स्कूल गया था.
छोटा भाई जब घर आया तो गेट बंद मिला. खटखटाने के बाद भी गेट नहीं खुला. जब उसने झांक कर देखा तो उसने अपनी बहन को फंदे पर लटकते हुए देखा. इसके बाद छात्रा के माता-पिता को सूचना दी गई. बेटी की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. परिवार में किसी को भी समझ नहीं आ रहा है कि आखिर बेटी ने ये कदम क्यों उठाया?
ये भी पढ़ें: धीरज सक्सेना के परिवार में लगातार हो रही थी मौतें, अब घर में बनी मिली 5 मजार, पीलीभीत का ये मामला चौंका देगा
परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी पढ़ाई में काफी तेज थी और उसकी नीट परीक्षा को लेकर काफी अच्छी तैयारी थी. परिजनों का कहना है कि इस बार नीट परीक्षा में उसका नंबर आ जाता. उसके ऊपर किसी भी तरह का कोई दबाव नहीं था.
पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव
पुलिस ने छात्रा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. परिजन पोस्टमॉर्टम नहीं करवाना चाहते थे. मगर पुलिस ने समझाया तो वह मान गए. इस मामले को लेकर एडीसीपी महेश कुमार ने बताया, अभी तक परीक्षा को लेकर तनाव की बात ही सामने आ रही है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर नजर है.
ADVERTISEMENT
