Ayodhya News: विश्व भर के राम भक्तों के लिए 2024 की जनवरी में पड़ने वाला उत्तरायण नक्षत्र सुखद और आनंददायक पल लाने वाला है. खबर है कि 500 से अधिक वर्षों से अयोध्या में रामलला को दिव्य और भव्य मंदिर में स्थापित होने की प्रतीक्षा कर रहे राम भक्तों का इंतजार अब पूरा हो जाएगा. मकर संक्रांति या उसके बाद के दो-तीन दिनों के भीतर शुभ नक्षत्र में रामलला अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे.
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दरअसल, राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रामलला के भव्य और दिव्य मंदिर का प्रथम तल दिसंबर 2023 तक तैयार हो जाएगा, किंतु उस समय सूर्य दक्षिणायन रहेगा. इसलिए 14 जनवरी के आसपास सूर्य उत्तरायण होने पर शुभ दिन देखकर रामलला को गर्भगृह में स्थापित कर दिया जाएगा और प्राण प्रतिष्ठा की सारी तैयारियां एक माह पहले से शुरू कर दी जाएंगी.
अयोध्या में हुई राममंदिर ट्रस्ट और निर्माण समिति की बैठक से जो सबसे बड़ी बात निकलकर आई वह यह है कि दिसंबर 2023 तक श्री राम जन्मभूमि मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा. उस समय सूर्य दक्षिणायन में होगा, जो शुभ नहीं होता है. इसलिए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सूर्य के उत्तरायण में आने का इंतजार किया जाएगा. मकर संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में हो जाएगा. इसीलिए मकर संक्रांति के बाद के दो से तीन दिनों में नए और भव्य मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.
प्राण प्रतिष्ठा की यह तैयारी एक माह पूर्व से ही शुरू हो जाएगी. इसे हम इस तरह भी कह सकते हैं कि बीतते 2023 में तैयारी होगी, तो नए वर्ष 2024 के आगमन यानि प्रथम माह में रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे और भक्त उनका दर्शन कर सकेंगे.
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