UP News: पांचवे चरण की वोटिंग खत्म होते ही उत्तर प्रदेश के ललितपुर से आई एक खबर सभी को चौंका रही है. यहां दावा किया जा रहा है कि ललितपुर जिलाधिकारी ने यहां के निवासी एक शख्स, जो बेंगलुरु में काम करता है, उसे वोट के लिए अपने खर्चे पर ललितपुर बुलाया और वोटिंग करवाई.
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बता दें कि ये दावा सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर भी डीएम ललितपुर के इस कार्य की लोग काफी प्रशंसा कर रहे हैं. वोटिंग प्रतिशत को बढ़ाने के ललितपुर डीएम द्वारा उठाया गया ये कदम लगातार सोशल मीडिया पर चर्चाओं में बना हुआ है. मगर अब हम आपको इस दावे की सच्चाई बताने जा रहे हैं.
अगर आपको भी लगता है कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा ये दावा सही है, तो आपको हमारी ये खबर जरूर पढ़नी चाहिए. दरअसल अब खुद ललितपुर जिलाधिकारी सामने आए हैं और उन्होंने इस दावे का सच खुद ही बताया है.
सोशल मीडिया के दावे पर क्या बोले ललितपुर डीएम
ललितपुर जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने खुद ही इस दावे का सच बता दिया है. डीएम ने साफ कहा है कि उन्होंने इस तरह का कोई कदम नहीं उठाया है. डीएम का कहना है कि मतदाता को ग्राम सचिव, लेखपाल और बीएलओ ने अपने प्रयासों से बुलाया है. डीएम ने सोशल मीडिया के दावे को गलत बताया है.
ललितपुर जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने कहा, संज्ञान में आया है कि सोशल मीडिया पर खबर प्रकाशित हो रही है कि बेंगलुरु का एक युवक जो जनपद ललितपुर के ग्राम सौल्दा का मतदाता है, को जिलाधिकारी ललितपुर ने खुद अपने खर्चे पर बुलाकर मतदान करवाया है. ये खबर गलत है. मतदाता को ग्राम सचिव, लेखपाल और बीएलओ द्वारा अपने प्रयासों से बुलाया गया और मतदान करवाया गया. इन्हीं प्रयासों से यहां शत-प्रतिश मतदान की उपलब्धि हासिल हुई है.
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