UP News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पिछले दिनों 7994 पदों पर लेखपाल भर्तियां निकाली थी. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे. इन भर्तियों को लेकर समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया था कि भर्तियों में ओबीसी के पद कम हैं. आरोप था कि ओबीसी आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया गया है. इसका पिछड़ा वर्ग द्वारा भी विरोध किया जा रहा था. अब इसी को लेकर यूपीएसएसएससी (UPSSSC) ने बड़ा कदम उठाया है.
ADVERTISEMENT
आपको बता दें कि सूची पर विवाद होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्टिव हुए थे. सीएम योगी ने पूरे मामले का संज्ञान लिया था. इस दौरान उन्होंने आयोग को निर्देश भी दिए थे कि आरक्षण का पालन किया जाए और किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाए. माना जा रहा है कि इसके बाद ही आयोग की तरफ से ये नई लिस्ट जारी की गई है.
बता दें कि आयोग ने लेखपाल भर्तियों में पिछड़े वर्ग यानी ओबीसी के लिए 2158 पदों को आरक्षित कर दिया है. आपको बता दें कि आयोग की तरफ से जो विज्ञापन जारी किया गया था, उसमें जनरल यानी सामान्य वर्ग के लिए 4165, एससी के लिए 1426, एसटी के लिए 150, अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 1441 और EWS के लिए 792 पर आरक्षित किए गए थे. आयोग के इस विज्ञापन का विरोध हुआ था और ओबीसी वर्ग की तरफ से कहा गया था कि उन्हें नियम के तहत 27 प्रतिशत आरक्षण नहीं दिया गया. इस मुद्दे को सपा चीफ अखिलेश यादव ने भी उठाया था.
पुरानी लिस्ट को देखिए
माना जा रहा है कि इसी को लेकर अब आयोग की तरफ से फिर बड़ा फैसला लिया गया है और अब नई संशोधन आरक्षण लिस्ट सामने आई है. बता दें कि नई लिस्ट में सामान्य यानी जनरल वालों के लिए पद कम हुए हैं. उनके 905 पद कम हुए हैं.
नई लिस्ट जानिए
आयोग द्वारा जारी की गई नई लिस्ट में अब एससी-एसटी और ओबीसी के लिए पद बढ़े हैं और सामान्य के लिए कम हुए हैं. जहां पहले ओबीसी के लिए 1441 पद थे तो अब उनके लिए 2158 पद रखे गए हैं. दूसरी तरफ जहां पहले एससी वर्ग के लिए 1426 पद थे, अब उनके लिए 1679 पद आरक्षित हुए हैं. इसी के साथ एसटी के 10 पद बढ़कर अब 160 हो गए हैं. EWS के आरक्षित पद पहले भी 792 थे, जो अब भी 792 हैं. इसी के साथ सामान्य पद कम होकर 3205 रह गए हैं.
ADVERTISEMENT









