उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पिछले दिनों एक हैरान कर देने वाला मामला देखने को मिला. यहां एक शिक्षक बृजेंद्र वर्मा ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) अखिलेश प्रताप सिंह को उनके दफ्तर में बेल्ट से पीट दिया. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होते ही बवाल मच गया. BSA की ओर से पुलिस को शिकायत की गई और बाद में आरोपी शिक्षक को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. पर ये मामला अभी भी तूल पकड़े हुए है. BSA और शिक्षक के बीच विवाद के पीछे की वजह एक महिला शिक्षक भी बताई जा रही है. इस मामले में उन्हें भी निलंबित कर दिया गा है. स्कूल में तीन नए शिक्षकों की तैनाती की गई है पर बच्चे स्कूल प्रिंसिपल और आरोपी शिक्षक बृजेंद्र वर्मा के पक्ष में धरना दे रहे हैं. इस बीच BSA अखिलेश प्रताप सिंह को निलंबित किए जाने का दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
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क्या सचमुच BSA पर ऐक्शन हो गया? इस सवाल की पूरी तफ्तीश करती यूपी Tak की वीडियो रिपोर्ट को यहां नीचे देखा जा सकता है.
असल में बेल्ट से हमले के बाद सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैली कि सीतापुर के BSA को निलंबित कर दिया गया है. कई लोग लगातार पोस्ट डालते रहे कि अधिकारी पर हमला तो हुआ ही, अब वह सस्पेंड भी हो गए हैं. लेकिन जब बेसिक शिक्षा विभाग के अपर निदेशक से पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि निलंबन के आदेश की कोई जानकारी नहीं है. कुछ ही देर बाद विभाग की ऑफिशियल एक्स हैंडल पर पोस्ट कर बताया गया कि BSA के निलंबन की खबर भ्रामक और असत्य है. सच यह है कि जांच के दौरान आरोपी शिक्षक को निलंबित किया गया है, अधिकारी को नहीं.
इस वायरल प्रकरण के साथ महिला शिक्षिका, ऑडियो क्लिप, तमाम वीडियो और सोशल मीडिया रील्स भी सुर्खियों में हैं मगर जांच अभी चल रही है, और किसी भी वीडियो या दावा की स्वतंत्र पुष्टि यूपी Tak नहीं करता है. फिलहाल शिक्षा विभाग की ओर से साफ कर दिया गया है कि सीतापुर BSA अखिलेश प्रताप सिंह के निलंबन की खबर फर्जी है और इस मुद्दे पर भ्रम न फैलाएं.
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