Moradabad News: मुरादाबाद में एक दलित किशोरी के अपहरण और गैंगरेप के मामले में नया अपडेट सामने आया है. प्रदेश सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और सख्त रुख अपनाते हुए राज्य मंत्री असीम अरुण को मुरादाबाद भेजा है. असीम अरुण ने पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की है. मालूम हो कि यह घटना भगतपुर थाना क्षेत्र में हुई, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है.
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पुलिस के मुताबिक, इस जघन्य अपराध में मुस्लिम समुदाय के चार युवकों सलमान, आरिफ, राशिद और जुबैर पर आरोप हैं. इनमें से सलमान, आरिफ और राशिद को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि जुबैर अभी फरार है. पुलिस ने फरार आरोपी की तलाश तेज कर दी है और उसके खिलाफ छापेमारी जारी है.
आरोप है कि चारों आरोपियों ने मिलकर मासूम का अपहरण किया और करीब दो महीने तक उसके साथ गैंगरेप किया. इतना ही नहीं आरोपियों ने पीड़िता के हाथ पर बने ॐ के टैटू को तेजाब डालकर मिटाने की कोशिश की. जब लड़की खाने की मांग करती थी, तो उसे जबरदस्ती बीफ खिलाया जाता था. पीड़िता की चाची ने भगतपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.
पीड़िता की चाची ने शिकायत में बताया कि उनकी जेठानी की बेटी 2 जनवरी को बाजार में टेलर के पास कपड़े सिलवाने जा रही थी. रास्ते में गांव के ही सलमान, जुबैर, राशिद और आरिफ नाम के युवकों ने उसे जबरन कार में खींच लिया. उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश करने के बाद एक कमरे में ले जाया गया. होश आने पर लड़की ने खुद को निर्वस्त्र पाया. इसके बाद दो महीने तक उस कमरे में उसके साथ बार-बार रेप किया गया.
चाची के अनुसार, लड़की के गायब होने के बाद परिवार ने उसकी खोज शुरू की और 3 जनवरी को पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की. लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. फिर 2 मार्च को लड़की किसी तरह घर पहुंची, उसकी हालत बेहद खराब थी. उसने बताया कि दो महीने तक उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया.
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