Tajmahal News: ताजमहल, आगरा में यमुना नदी के किनारे स्थित एक शानदार संगमरमर की इमारत है, जिसे मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था. इसे प्रेम का प्रतीक माना जाता है और इसकी खूबसूरती विश्वभर के पर्यटकों को आकर्षित करती है. मगर, आज यानी 29 अक्टूबर की सुबह ऐसा नहीं हुआ. आगरा का ताजमहल आज धुंध की चादर में लिपटा नजर आया. इसकी वजह थी वायु प्रदूषण. ताजमहल का साफ दीदार न कर पाने से पर्यटक भी नाखुश नजर आ आए.
ADVERTISEMENT
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में तरुण मित्तल नामक पर्टयक ने कहा, "ताज महल बहुत सुंदर है लेकिन यहां की एकमात्र समस्या वायु प्रदूषण है. मैंने पढ़ा है कि उद्योग हटा दिए गए...फिर भी प्रदूषण है तो कुछ करना पड़ेगा..."
ताजमहल के लिए वायु प्रदूषण क्यों है चुनौती?
ताजमहल के लिए वायु प्रदूषण एक गंभीर चुनौती है, क्योंकि इससे इसके सफेद संगमरमर की सुंदरता पर बुरा असर पड़ता है. प्रदूषकों में मुख्य रूप से सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, और कार्बन कण शामिल हैं, जो ताजमहल की सफेदी को धूमिल कर देते हैं और उस पर पीली परत बनाते हैं. आगरा में बढ़ते वाहनों का धुआं, फैक्ट्रियों से निकलने वाले हानिकारक रसायन, और धूल के कण भी वायु प्रदूषण में इजाफा करते हैं. इन सभी तत्वों के संपर्क में आने से संगमरमर पर रासायनिक प्रतिक्रियाएं होती हैं, जिससे वह धीरे-धीरे खराब हो रहा है.
इसके अतिरिक्त, यमुना नदी का जल स्तर घटने के कारण आसपास की धूल भी ताजमहल तक आसानी से पहुंचती है. यही कारण है कि इसे संरक्षित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कई प्रयास किए हैं, जैसे "ताज ट्रेपेजियम जोन" का निर्माण और प्रदूषणकारी उद्योगों पर प्रतिबंध लगाना.
ADVERTISEMENT
