उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है. अब सरकार का लक्ष्य केवल महिलाओं को लखपति दीदी बनाना नहीं बल्कि उन्हें सफलता की अगली सीढ़ी चढ़ाकर करोड़पति दीदी बनाना है. इस महत्वाकांक्षी उद्देश्य को पूरा करने के लिए राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आजीविका-केंद्रित तकनीकों पर एक राज्य स्तरीय भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस पहल का मुख्य मकसद ग्रामीण महिलाओं को केवल स्वयं सहायता समूहों तक सीमित न रखकर उन्हें आधुनिक टेक्नोलॉजी और मार्केट की बारीकियां सिखाना है ताकि वे एक सफल बिजनेस वूमन के रूप में अपनी पहचान बना सकें.
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मिशन: लखपति से करोड़पति का सफर
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि और उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक दीपा रंजन ने सरकार के विजन को स्पष्ट करते हुए कहा कि लखपति दीदियों को आगे बढ़ाकर करोड़पति दीदियां बनाना इस पहल का मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश की एक करोड़ से अधिक महिलाएं राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रम से जुड़ी हुई हैं. अब इन महिलाओं को व्यवहारिक और नवाचारी तकनीकी समाधानों के माध्यम से अपने उद्यमों को मजबूत और बड़ा बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
प्रदर्शनी में सोलर फ्रिज से लेकर फूड प्रोसेसर तक
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस कार्यक्रम में सरकारी मिशन, तकनीक विकसित करने वाली संस्थाओं और विषय विशेषज्ञों ने भाग लिया. यहां लगाई गई प्रदर्शनी में कई क्रांतिकारी तकनीकों का प्रदर्शन किया गया. इसकी एक झलक नीचे देखी जा सकती है -
सरदार पटेल नवीकरणीय ऊर्जा अनुसंधान संस्थान: बायोमास कुक-स्टोव और सोलर फ्रिज का प्रदर्शन.
IIT बॉम्बे (RuTAG): सोलर हाइड्रो डिस्टिलर तकनीक.
RuKart: सब्जियों को ताज़ा रखने के लिए 'सब्जी कूलर'.
किसान धरमबीर: मल्टी-पर्पज फूड प्रोसेसर तकनीक.
यह कार्यक्रम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया था. इसमें 'डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स' और 'विज्ञान आश्रम' जैसी संस्थाओं ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
TAP-RISE के जरिए राष्ट्रीय स्तर की तकनीक से जुड़ाव
इस आयोजन की एक बड़ी उपलब्धि यह रही कि ग्रामीण आजीविका संस्थानों की पहुंच को राष्ट्रीय स्तर की TAP-RISE (Technology Acceleration Platform for Rural Innovation and Social Entrepreneurship) पहल से जोड़ा गया. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त मिशन निदेशक जनमेजय शुक्ला ने विश्वास जताया कि लखपति दीदियों की अब तक की सफलता यह संकेत देती है कि उनमें करोड़पति बनने की पूरी संभावना है. कार्यक्रम में डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स के सीईओ श्रष्टांत पाटरा और विज्ञान आश्रम के कार्यकारी निदेशक डॉ. योगेश कुलकर्णी ने ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आधुनिक तौर-तरीकों पर विस्तार से चर्चा की.
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