UP Weather Update: क्या इस बार यूपी समेत उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ेगी? मौसम विभाग ने इस सवाल का जवाब दे दिया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने साफ किया है कि इस महीने उत्तर-पश्चिम भारत में असामान्य रूप से कठोर सर्दी पड़ने की कोई संभावना नहीं है. मौसम पिछले सालों की तरह ही सामान्य रहने की उम्मीद है. यह स्पष्टीकरण उन रिपोर्टों के बाद आया है, जिनमें कहा जा रहा था कि ला नीना की वजह से इस बार नवंबर में रिकॉर्ड तोड़ ठंड पड़ सकती है. ला नीना के प्रभाव से आमतौर पर उत्तर भारत में सर्दियां ठंडी होती हैं.
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मौसम विभाग ने क्या कहा?
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, "ला नीना मॉडल के हमारे विश्लेषण के आधार पर, हम इस बार अधिक कठोर सर्दियों की उम्मीद नहीं कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि यह एक सामान्य सर्दी होगी, जैसी हमने हाल के वर्षों में देखी है." उन्होंने बताया कि मौजूदा ला नीना की स्थिति कमजोर है और आने वाले महीनों में भी इसके कमजोर रहने की ही उम्मीद है.
अधिकारियों के अनुसार, दिन का तापमान सामान्य या सामान्य से थोड़ा कम रह सकता है, जबकि रात का न्यूनतम तापमान देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से ऊपर बना रहेगा. हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों, जिनमें दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं वहां रातें ठंडी हो सकती हैं.
क्यों नहीं पड़ेगी ज्यादा ठंड?
स्काईमेट वेदर के विशेषज्ञ महेश पालावत ने बताया कि जब पश्चिमी विक्षोभ आते हैं, तो वे उत्तर-पश्चिमी हिमालय के बर्फ से ढके पहाड़ों से आने वाली सूखी और ठंडी हवाओं के प्रवाह को बदल देते हैं. इस वजह से न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे नहीं गिरेगा. उन्होंने यह भी बताया कि 2021 से 2023 तक दुनिया ने दुर्लभ 'ट्रिपल-डिप' ला नीना का अनुभव किया था, फिर भी भारत में असामान्य रूप से कठोर सर्दी नहीं पड़ी थी. इससे पता चलता है कि ला नीना और कड़ाके की ठंड के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है.
अक्टूबर में हुई थी जमकर बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, अक्टूबर 2025 पिछले पांच सालों में सबसे नम महीनों में से एक रहा. इस महीने 2001 के बाद दूसरी सबसे अधिक (112.2 मिमी) बारिश दर्ज की गई. महीने के दौरान बहुत भारी बारिश की 236 और अत्यधिक भारी बारिश की 45 घटनाएं हुईं, जो पांच वर्षों में सबसे अधिक हैं.
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