देश के साफ-सुथरे और स्वच्छ शहरों की लिस्ट में उत्तर प्रदेश ने एक बार फिर अपना परचम लहराया है. आपको बता दें कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के नतीजों का ऐलान हो गया है. राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन में विजेताओं को सम्मानित किया. इस बार के सर्वेक्षण में जहां इंदौर, सूरत और नवी मुंबई ने 'सुपर स्वच्छ लीग' में अपनी जगह बनाई है, वहीं यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व में राजधानी लखनऊ ने भी देश के 'नए स्वच्छ शहरों' में अपनी जगह बनाकर बड़ी बाजी मारी है. इसके अलावा प्रयागराज में आयोजित हुए महाकुंभ को भी शहरी कचरा प्रबंधन में असाधारण प्रदर्शन के लिए विशेष सम्मान मिला है.
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यूपी के शहरों का जलवा: लखनऊ, प्रयागराज और गोरखपुर चमके
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के पुरस्कार समारोह में उत्तर प्रदेश के कई शहरों ने अपनी स्वच्छता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है:
लखनऊ बना 'नया स्वच्छ शहर': देश के उन शहरों में लखनऊ का नाम शामिल हो गया है, जिन्हें 'नए स्वच्छ शहर' के रूप में पहचान मिली है. लखनऊ को (10 लाख से अधिक की जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में) तीसरा पोजिशन मिला है.
प्रयागराज को 'बेस्ट गंगा टाउन' का अवॉर्ड: केंद्रीय मंत्री श्मनोहर लाल ने प्रयागराज को 'बेस्ट गंगा टाउन' के पुरस्कार से सम्मानित किया.
गोरखपुर 'बेस्ट सफाईमित्र सुरक्षित शहर': गोरखपुर को सफाईकर्मियों की सुरक्षा और सम्मान के प्रति उसकी उत्कृष्ट प्रतिबद्धता के लिए 'बेस्ट सफाईमित्र सुरक्षित शहर' घोषित किया गया है.
नोएडा ने भी मारी बाजी: 'सुपर स्वच्छ लीग' श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए नोएडा को भी स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. 3 से 10 लाख तक आबादी वाले शहरों में नोएडा को टॉप पोजिशन मिली है.
महाकुंभ को मिला विशेष सम्मान: दुनिया के सबसे बड़े समागम में स्वच्छता का कमाल
इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में सबसे खास बात यह रही कि उत्तर प्रदेश सरकार, प्रयागराज मेला अधिकारी और प्रयागराज नगर निगम को महाकुंभ के दौरान किए गए असाधारण शहरी कचरा प्रबंधन के लिए विशेष सम्मान दिया गया. महाकुंभ में अनुमानित 66 करोड़ लोगों की भारी भीड़ जुटी थी. इतनी विशाल भीड़ के बावजूद स्वच्छता बनाए रखना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे यूपी प्रशासन ने बखूबी निभाया और इसके लिए उसे राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है.
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