लखीमपुर खीरी में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या, एक्शन के रिएक्शन का नतीजा: राकेश टिकैत

भाषा

• 02:09 AM • 10 Oct 2021

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि वह उन्हें अपराधी नहीं मानते, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी…

UPTAK
follow google news

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि वह उन्हें अपराधी नहीं मानते, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर हत्या की. राकेश टिकैत के मुताबिक, उन्होंने तो प्रदर्शनकारियों के ऊपर कार चढ़ाए जाने की प्रतिक्रिया में ऐसा किया.

यह भी पढ़ें...

मीडिया की तरफ से पूछे गए एक सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा, “लखीमपुर खीरी में कारों के एक काफिले ने चार किसानों को रौंद दिया, जिसके जवाब में बीजेपी के दो कार्यकर्ता मारे गए. यह क्रिया के बदले की गई प्रतिक्रिया थी. मैंने हत्या में शामिल लोगों को अपराधी नहीं मानता.”

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से जुड़े योगेंद्र यादव ने कहा, “हमें लोगों की मौत पर दुख है, चाहे वह बीजेपी कार्यकर्ता हों या किसान. यह दुर्भाग्यपूर्ण था और हमें उम्मीद है कि न्याय मिलेगा.”

बता दें कि इस मामले के मुख्य आरोपियों में से एक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांच में सहयोग नहीं करने के आरोप में आशीष गिरफ्तार किए गए हैं. 12 घंटे की पूछताछ के बाद आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी हुई है. आपको बता दें कि शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी और आरोपी बेटे संग उनकी भी गिरफ्तारी की मांग की थी.

संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया है कि 15 अक्टूबर को दशहरे के दिन एसकेएम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के पुतले जलाकर विरोध प्रदर्शन करेगा.

आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में 4 किसान, 3 बीजेपी कार्यकर्ता और एक ड्राइवर शामिल था. इस मामले में संयुक्त किसान मोर्चा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के काफिले पर किसानों को रौंदने का आरोप लगाया था.

लखीमपुर खीरी केस: चंद्रशेखर आजाद बोले- यूपी पुलिस प्रदेश के मुख्यमंत्री के आगे मजबूर

    follow whatsapp
    Main news