लखीमपुर खीरी: आज ‘अंतिम अरदास’ को लेकर हलचल तेज, प्रियंका गांधी भी हो रही हैं शामिल

आशीष श्रीवास्तव

• 05:30 AM • 12 Oct 2021

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए किसानों की आज यानी 12 अक्टूबर को अंतिम अरदास है. संयुक्त किसान…

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लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए किसानों की आज यानी 12 अक्टूबर को अंतिम अरदास है. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के3 आह्वान के बाद यूपी के विभिन्न जिलों संग देश के अलग अलग हिस्सों से किसान अंतिम अरदास में शामिल होने के लिए पहुंच चुके हैं. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत सोमवार को ही अरदास स्थल पर पहुंच गए हैं. अब खबर आ रही है कि प्रियंका गांधी भी किसानों के अंतिम अरदास में शामिल हो रही हैं.

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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी की हिंसा को लेकर लगातार योगी सरकार पर हमलावर हैं. हिंसा के तुरंत बाद लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश में प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. हालांकि बाद में प्रियंका की रिहाई हुई और वह राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं के साथ मृतक किसानों के परिजनों से मिल पाईं. लखीमपुर खीरी मामले पर योगी सरकार को घेरने के क्रम में कांग्रेस ने पिछले रविवार को भी वाराणसी किसान न्याय रैली का भी आयोजन किया था.

प्रियंका कर रहीं टेनी को बर्खास्त करने की मांग

इस मामले में केंद्रिय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा आरोपी हैं. आशीष को सोमवार को 3 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है. प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस अब अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग कर रही है. इसके लिए सोमवार को कांग्रेस नेताओं ने देश के अलग अलग हिस्सों में मौन विरोध किया. प्रियंका गांधी सहयोगी नेताओं संग लखनऊ में मौन विरोध में बैठी थीं. अब प्रियंका अंतिम अरदास के लिए फिर लखीमपुर खीरी पहुंच रही हैं.

उधर, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के एक पदाधिकारी ने कहा कि किसी भी नेता को ‘अंतिम अरदास’ में मंच साझा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, वहां केवल संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मौजूद रहेंगे. जिस स्थान पर हिंसा हुई थी उसके समीप ही ‘अंतिम अरदास’ का आयोजन किया जा रहा है.

अंतिम अरदास में शामिल होने के लिए कई राज्यों से आ रहे किसान

लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया गांव में तीन अक्टूबर को किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान एसयूवी से कुचल कर मरे चार किसानों के ‘अंतिम अरदास’ के लिए विभिन्न राज्यों के किसान पहुंचने लगे हैं. सामूहिक अंतिम प्रार्थना में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड के किसानों के शामिल होने की उम्मीद है. रालोद के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता जयंत चौधरी का मंगलवार को लखीमपुर जाने का कार्यक्रम है.

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के कार्यक्रमों के मद्देनजर, पुलिस अधिकारियों के अवकाश 18 अक्टूबर तक रद्द कर दिए गए हैं और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने इस आशय का एक आदेश पहले ही जारी कर दिया है.

क्या है लखीमपुर खीरी हिंसा मामला?

तीन अक्टूबर की घटना लखीमपुर शहर से लगभग 60 किलोमीटर दूर तिकुनिया-बनबीरपुर रोड पर हुई, जब किसान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव बनबीरपुर जाने का विरोध कर रहे थे. इस घटना में चार किसान, एक पत्रकार और तीन अन्य (जो इस घटना के बाद पीट-पीट कर मार दिए गए थे) की मौत हो गई थी. मरने वाले किसानों में दो लखीमपुर खीरी और दो पड़ोसी बहराइच जिले के थे.

(भाषा के इनपुट्स के साथ)

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