UP News: मोहम्मद गजनवी के भांजे सैयद सालार मसूद गाजी लगातार चर्चाओं में बना हुआ है. दरअसल संभल में सैयद सालार मसूद गाजी की याद में हर साल लगने वाले नेजा मेले की परमिशन संभल प्रशासन ने नहीं दी थी. प्रशासन द्वारा सैयद सालार मसूद गाजी को लुटेरा और अक्रांता कहा गया था. बता दें कि सैयद सालार मसूद गाजी की कब्र बहराइच में स्थित है. यहां दरगाह बनी हुई है.
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बता दें कि सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर पर साल जेठ मेले का आयोजन होता है. पूरे 1 महीने के लिए इस मेले का आयोजन किया जाता है. मगर इस बार इस मेले पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं. माना जा रहा है कि सैयद सालार मसूद गाजी को लेकर हो रहे विवाद के चलते इस बार दरगाह पर लगने वाला ये मेला टल सकता है.
मेले की ठेका नीलामी स्थगित की गई
बता दें कि बहराइच में सालार मसूद गाजी की दरगाह पर लगने वाले पूर्वी भारत के सबसे बड़े एक मासीय जेठ मेले की नीलामी अचानक स्थगित कर दी गई है. इसके पीछे अभी तक कोई वजह सामने नहीं आई है. दरअसल कल यानी रविवार के दिन सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर स्थित गोल कमरे में हर साल की तरह बार्षिक ठेकों की नीलामी होनी थी.
मगर इस नीलामी को अचानक रोक दिया गया है. मेला-2025-26 के लिए नीलामी नहीं हो पाई है. इसके पीछे कोई कारण भी नहीं बताया गया है.
हर साल लगता है बड़ा मेला
बता दें कि वार्षिक नीलामी ठेके से सालार मसूद गाजी की दरगाह वक्फ नंबर 19 हर साल करोड़ों को लाभ होता है. चयनित ठेकेदार ठेका नीलामी के जरिए दरगाह पर लगने वाले जेठ मेले में दुकानदारों से खूब पैसा वसूलते हैं. मेरे की वजह से दुकानदारों को भी खूब लाभ होता है. मगर इस बार सैयद सालार मसूद गाजी को लेकर हो रहे विवाद के चलते इस मेले पर अंधेरे बादल आ गए हैं.
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