सीतापुर जेल से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की रिहाई आज सुबह लगभग तय मानी जा रही थी, लेकिन ऐन वक्त पर कहानी में एक नया ट्विस्ट आ गया. जेल में रिहाई के दस्तावेज (बेल बांड) भरते समय आजम खान के एड्रेस में गड़बड़ी सामने आई. इस वजह से रिहाई की प्रक्रिया रुकी हुई है.
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आखिर बेल बांड में क्या फंसा पेच?
जेल प्रशासन के मुताबिक बेल बांड भरते समय आजम खान का पता गलत पाया गया. किसी भी कैदी की रिहाई के लिए बेल बांड में उसका पूरा और सही पता दर्ज होना आवश्यक है. अगर एड्रेस में कोई गलती या असंगति हो जाए, तो पूरा प्रोसेस रोक दिया जाता है. अब आज़म के नए दस्तावेज को सही कर लाया जाएगा, तभी रिहाई दोबारा प्रक्रिया में जाएगी.
नीचे दिए गए वीडियो में समझिए पूरे मामले को
बेल बांड में एड्रेस इतना महत्वपूर्ण क्यों?
अदालत और प्रशासन के लिए बेल बांड में आरोपी का सही पता होना जरूरी है ताकि भविष्य में कोई भी जांच, नोटिस या कानूनी कार्यवाही आसानी से ठीक जगह पर हो सके. एड्रेस गड़बड़ी का मतलब है कि अगर किसी कानूनी जरूरत पर फिर से संपर्क करना हो, तो गलत एड्रेस से दिक्कत आ सकती है.
आजम खान के केस से जुड़े ये अपडेट भी जान लीजिए
आपको बता दें कि आजम खान के कुल 72 मुकदमों में से सभी में रिहाई के आदेश सीतापुर जेल तक पहुंच चुके हैं. एमपी-एमएलए कोर्ट ने सबसे पहले क्वालिटी बार सहित 53 मामलों में रिहाई के आदेश दिए थे. डूंगरपुर मामले में 10 साल की सजा मिली थी. इसमें आजम खान को हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी थी. हाल ही में लूट, डकैती और धोखाधड़ी जैसे 19 मामलों में भी अदालत ने रिहाई परवाने जारी कर दिए.
इन सभी कानूनी बाधाओं को पार करने के बाद आजम खान की रिहाई लगभग तय थी. समर्थकों ने जेल के बाहर काउंटडाउन शुरू कर दिया था, लेकिन बेल बांड के एड्रेस में हुई गड़बड़ी ने उम्मीदों को कुछ समय के लिए रोक दिया.
अब आगे क्या?
आजम खान के जेल प्रशासन एड्रेस की गलती को सही कराने में लगा है. जैसे ही बांड फिर से सही भरा जाएगा, अड़चन दूर हो जाएगी और आजम खान की रिहाई प्रक्रिया फिर से शुरू हो जाएगी. इस मामले में सभी लेटेस्ट अपडेट के लिए बने रहें uptak.in के साथ.
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