गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने सेंट्रल एजेंसियों के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन में आईएसआईएस (ISIS) के एक बड़े मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. इस ऑपरेशन में ATS ने तीन संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों के मुताबिक इन आतंकियों ने भीड़-भाड़ वाले इलाकों में बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश रची थी. गिरफ्तार आतंकियों ने लखनऊ स्थित RSS दफ्तर और दिल्ली की आजादपुर मंडी जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाके की रेकी भी की थी. यह मॉड्यूल काफी बड़ा माना जा रहा है जिसमें कई स्लीपर सेल शामिल हो सकते हैं.
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तीन में से दो आरोपी यूपी के
गिरफ्तार किए गए तीन आतंकियों में से दो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं.जबकि एक आतंकी हैदराबाद का बताया जा रहा है. यूपी के सहारनपुर जनपद में इस मामले को लेकर हड़कंप मच गया है. क्योंकि इनमें आजाद सैफी नाम का एक आतंकी सहारनपुर के कस्बा तीतरों के मोहल्ला शैखामैदान सलारा का रहने वाला है. वहीं दूसरे आरोपी का नाम सोहेल खान है जो लखीमपुर के निघासन का रहने वाला है. सोहेल खान 3 साल पहले हाफिज की पढ़ाई करने मुजफ्फरनगर गया था. वह बीते जुलाई महीने में अपने परिवार से मिलने के लिए लखीमपुर आया था.सोहेल खान के पिता सलीम ट्रैक्टर मिस्त्री है. सोहेल का बड़ा भाई तमिलनाडु में गारमेंट्स फैक्ट्री में काम करता है. वहीं उसका छोटा भाई वसीम निघासन में ही पिता के साथ रहकर मैकेनिक का काम करता है.
बुढ़ाना से हुई आजाद सैफी गिरफ्तारी
आजाद सैफी की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही जिले की खुफिया एजेंसी और पुलिस हरकत में आई और तुरंत उसके घर पहुंची. आजाद के बड़े भाई शहजाद ने बताया कि आजाद ने कुरान हाफिज कर रखा था और वह पिछले 6 सालों से मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना स्थित दाऊद मदरसा से मोलवियत की पढ़ाई कर रहा था. शहजाद ने जानकारी दी कि आजाद तीन महीने पहले घर आया था. वह राजमिस्त्री का काम भी जानता था और घर पर प्लाट की घिराई का काम कर रहा था. शहजाद के मुताबिक आजाद 7 अगस्त को 'जमात' के लिए कलकत्ता गया था. वहीं 7 सात नवंबर को बुढ़ाना से अपनी बेटी सुहाना को लेने के लिए घर से निकला था. आज 10 नवंबर को गुजरात पुलिस से उन्हें सूचना मिली कि आजाद को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया है.
स्लीपर सेल्स की जांच में जुटी एजेंसियां
सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि गिरफ्तार आतंकवादियों ने अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए दो प्रमुख स्थानों की रेकी की थी. इनमें से एक है लखनऊ का RSS दफ्तर और दूसरा दिल्ली आजादपुर मंडी जो कि काफी भीड़भाड़ वाला इलाका माना जाता है. एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए इन आतंकियों के पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं. पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां अब इस बड़े मॉड्यूल के अन्य स्लीपर सेल्स और सहयोगियों का पता लगाने के लिए जांच और पूछताछ कर रही हैं.
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