अलीगढ़ और इसके आसपास के जिलों के लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. अलीगढ़ परिक्षेत्र को लखनऊ स्थित परिवहन निगम मुख्यालय से 30 नई AC की सुविधा से लैस इलेक्ट्रिक बसें मिल गई हैं. इन नई 30 बसों का संचालन नोएडा, हाथरस, आगरा, मथुरा, बुलंदशहर, मेरठ, कासगंज, एटा, फरीदाबाद और मुरादाबाद के लिए शुरू होगा. बसों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
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कब से शुरू होगा इन बसों का संचालन?
जानकारी मिली है कि अक्टूबर महीने के पहले सप्ताह से लोग इन नई ई-बसों में सफर कर सकेंगे. इन बसों के लिए गांधीपार्क व मसूदाबाद बस स्टैंड समेत सात स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन बनकर तैयार हो चुके हैं.
कैसे चार्ज होती हैं ई-बसें?
ई-बसों को रात में या जब वे परिचालन (ऑपरेशन) में नहीं होती हैं, तब बस डिपो (Bus Depot) में चार्ज किया जाता है. डिपो में एक साथ कई बसों को चार्ज करने के लिए हाई-पावर डीसी चार्जर (High-Power DC Chargers) स्थापित किए जाते हैं. इन चार्जरों की पावर आमतौर पर 50 kW से 150 kW या उससे अधिक होती है. पूरी तरह चार्ज होने में अक्सर 3 से 6 घंटे का समय लगता है.
यूपी सरकार की पीएम ई-बस सेवा योजना के तहत लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, मेरठ जैसे बड़े शहरों में ई-बसें संचालित हो रही हैं. अब अलीगढ़ में भी इसकी शुरुआत होने जा रही है. इन शहरों में बस डिपो की कार्यशालाओं (Workshops) में ही मुख्य चार्जिंग स्टेशन बनाए गए हैं (जैसे रायबरेली, वाराणसी कैंट डिपो). यह इंफ्रास्ट्रक्चर ही यूपी में ई-बसों के बेड़े (fleet) को चलाने का मुख्य आधार है.
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