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खिलाड़ियों को सौगात, मेरठ को जल्द मिलेगा डबल ट्रैप शूटिंग रेंज का तोहफा, काम शुरू

उस्मान चौधरी

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उत्तर प्रदेश के मेरठ और आसपास के खिलाड़ियों को जल्द ही डबल ट्रैप शूटिंग रेंज तोहफा मिलने जा रहा है. जिसका काम युद्ध स्तर पर शुरू हो गया है. यह अपने आप में संपूर्ण सुविधाओं वाला पश्चिम उत्तर प्रदेश का पहला डबल ट्रैप शूटिंग रेंज होगा.

मेरठ मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इसके कार्य को तेजी से पूरा कराया जाए. उन्होंने डबल ट्रैप शूटिंग रेंज के लिए भूमि पर जल्द रिपोर्ट मांगी है. इस डबल ट्रैप शूटिंग रेंज के लिए मेरठ के गगोल के नगला पट्टू गांव में वन विभाग की जमीन चिन्हित की गई है.

मेरठ के क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी ने डबल ट्रैप शूटिंग रेंज की स्थापना के लिए गगोल के गांव नंगला पट्टू में भूमि का निरीक्षण किया है. इस संबंध में डीएफओ को जल्द निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा गया है.

मेरठ मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने कहा,

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माननीय मुख्यमंत्री द्वारा खेलों के प्रोत्साहन हेतु अनेकों कदम उठाए गए हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बहुत सारे खिलाड़ी है जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलते हैं. उत्तर प्रदेश से अभी ओलंपिक में भी 10 खिलाड़ी गए थे. उनमें से आठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं, इसलिए मेरठ में पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई जा रही है, जो कि सरधना के सलवा में प्रस्तावित है. उसकी जमीन का काम भी पूरा हो गया है. जमीन भी ट्रांसफर हो गई है. साथ ही मेरठ के स्टेडियम में भी पिस्टल के लिए शूटिंग रेंज बनाई जाएगी.

सुरेंद्र सिंह, कमिश्नर , मेरठ मंडल

उन्होंने बताया, “एक डिमांड लंबे समय से आ रही थी, जो कि डबल ट्रैप शूटिंग रेंज की थी. आबादी के बीच में डबल ट्रैप शूटिंग रेंज नहीं हो सकती है, इसलिए गगोल के नगला पट्टू में जो वन विभाग की जमीन है, वहां पर एक जमीन चिन्हित की गई है और उसके लिए नामित कर स्थानांतरित की जा रही है और शीघ्र ही वहां पर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.”

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मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने कहा, “जो हमारे डबल ट्रैप के शूटर्स हैं जिनको अपनी ट्रेनिंग के लिए दिल्ली जाना पड़ता था या प्रदेश के बाहर जाना पड़ता था. उनको अब जरूरत नहीं पड़ेगी बाहर जाने की. अब वह मेरठ में ही प्रशिक्षण पा सकेंगे, जहां सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.

सुरेंद्र सिंह ने कहा, “मेरठ में डबल ट्रैप शूटिंग रेंज बन रही है, उसके लिए 26 हजार स्क्वायर मीटर जमीन आरक्षित की गई है. अगले 3 महीने में इसका काम पूरा कर लिया जाएगा और खिलाड़ियों के लिए यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी.”

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