लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में 3 अक्टूबर की हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों ने अभी तक मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं किया है. बहराइच और लखीमपुर के चारों किसानों के परिवार वालों ने शव अपने-अपने घरों में रखे हैं. बहराइच के परिवार पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं.
बहराइच के नानपारा के रहने वाले दलजीत सिंह के परिवार वालों को शक है कि मौत गोली लगने से हुई थी. इसी तरह मृतक गुरविंदर के पिता का आरोप है, ”हमारे बेटे को गोली लगी है. (केंद्रीय गृह राज्य मंत्री) टेनी के बेटे मोनू ने गोली मारी है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी गलत दी गई है.”
दरअसल, इस हिंसा में बहराइच जिले के 2 युवकों की मौत हुई थी. इनमें मटेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत नबी नगर मोहरनिया निवासी गुरविंदर सिंह और नानपारा कोतवाली थाना क्षेत्र के बंजारन टांडा निवासी दलजीत सिंह शामिल थे.
बहराइच में अंतिम संस्कार कार्यक्रम में जुटे सरदार गुरनाम सिंह के मुताबिक, (यहां के दोनों मामलों में) पीएम रिपोर्ट में गोली लगने की बात नहीं दर्शाई गई है. इसी बात से परिजन नाराज हैं और उन्होंने अंतिम संस्कार रोक दिया है.
मृतक गुरविंदर के गांव नबी नगर मोहरनिया में भारी तादात में सिख समाज समेत स्थानीय लोगों का सुबह से जमावड़ा देखा गया. मौके पर डीएम, एसपी समेत जिले के बड़े आला अफसर पहुंचे. फिलहाल अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनाने की कोशिशें जारी हैं. एसपी सिटी ने कहा है कि कुछ गतिरोध है तो वो समाप्त होगा.
(बहराइच से राम बरन चौधरी के इनपुट्स के साथ)
लखीमपुर खीरी हिंसा: सभी 8 मृतकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई, जानें क्या बात आई सामने