मिल्कीपुर उपचुनाव में वोटिंग से 12 घंटे पहले ये क्या खेल होने लगा? सपा ने पोस्ट की चौंकाने वाली बात

यूपी तक

मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर 5 फरवरी को होने वाले उपचुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी (सपा) ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

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मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर 5 फरवरी को होने वाले उपचुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी (सपा) ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सपा ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट करते हुए दावा किया है कि उनके नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को रेड कार्ड दिया जा रहा है. पार्टी ने इसे भाजपा की साजिश करार देते हुए चुनाव आयोग से निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की है.

सपा ने पोस्ट की रेड कार्ड की कुछ तस्वीरें

सपा ने अपनी पोस्ट में कुछ रेड कार्ड की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, "मिल्कीपुर में विभिन्न बूथों को चिन्हित कर प्रशासन द्वारा समाजवादी पार्टीhttps://www.uptak.in/politics/story/akhilesh-lashed-out-in-parliament-over-mahakumbh-stampede-asked-government-should-tell-where-the-bodies-were-thrown-3159050-2025-02-04?utm_source=global-search&utm_medium=global-search&utm_campaign=global-search के नेताओं एवं समर्थकों को अकारण रेड कार्ड दिया जा रहा है. भाजपा का कार्यकर्ता बनकर कार्य कर रही पुलिस. पहली भी की जा चुकी हैं शिकायतें, कृपया संज्ञान ले चुनाव आयोग."  सपा का कहना है कि यह कार्रवाई उनके मतदाताओं को डराने और चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए की जा रही है.

क्या होता है रेड कार्ड?

चुनावी प्रक्रिया में रेड कार्ड आमतौर पर उन लोगों को दिया जाता है, जिनके खिलाफ कानून-व्यवस्था भंग करने का संदेह होता है. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि चुनाव के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो. सपा का आरोप है कि यह कार्ड उनके कार्यकर्ताओं को अनावश्यक रूप से जारी किए जा रहे हैं, ताकि वे मतदान प्रक्रिया से दूर रहें.

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मिल्कीपुर में भाजपा बनाम सपा, कांटे की टक्कर 

मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के बीच सीधा मुकाबला है. 

- भाजपा ने चंद्रभानु प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है.
- सपा ने पूर्व विधायक अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को टिकट दिया है. 

यह सीट सपा के लिए बेहद अहम है क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद ने यहां से जीत दर्ज की थी. लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद (अयोध्या) से सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके चलते उपचुनाव की जरूरत पड़ी.

राजनीतिक बयानबाजी तेज़

अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि "भाजपा ने मिल्कीपुर का चुनाव हार के डर से टाल दिया था, लेकिन जनता अब उन्हें बाहर का रास्ता दिखाएगी." वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वे जनता को भावनाओं में उलझाने के लिए "नौटंकी" कर रहे हैं. 

 

कांग्रेस ने दिया सपा को समर्थन

मिल्कीपुर में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन कांग्रेस और बसपा ने चुनाव से दूरी बनाए रखी है. हालांकि, कांग्रेस ने सपा को समर्थन दिया है, जिससे मुकाबला दिलचस्प हो गया है. 

कड़ी सुरक्षा, 414 बूथों पर मतदान

अधिकारियों के मुताबिक, 5 फरवरी को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा.

- कुल 3,70,829 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
- 414 मतदान केंद्रों पर वोटिंग होगी, जिनमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
- मतदान दल राजकीय इंटर कॉलेज से रवाना किए गए हैं.
8 फरवरी को होगी मतगणना

मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. इस उपचुनाव को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की राजनीतिक रणनीति के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

 

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