चुनाव से पहले BJP को लग सकता है झटका! स्वामी प्रसाद मौर्य समेत ये बड़े नेता छोड़ेंगे साथ?
पिछले कई दिनों से यूपी के राजनीतिक गलियारें में यह अटकल बहुत जोरों पर है कि स्वामी प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन…
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पिछले कई दिनों से यूपी के राजनीतिक गलियारें में यह अटकल बहुत जोरों पर है कि स्वामी प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन छोड़कर अखिलेश के साथ जा सकते हैं. इस चर्चा में इसलिए भी दम दिखाई दे रहा है क्योंकि ऐसी अटकलें हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य अगले एक-दो दिनों में किसी भी वक्त इसका ऐलान भी कर सकते हैं.
कहा जा रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के जॉइनिंग मामले को सीधे अखिलेश यादव देख रहे हैं. इससे जुड़ी बातें समाजवादी पार्टी अध्यक्ष के स्तर पर ही हो रही हैं. अगर स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी छोड़ी तो यह पार्टी के लिए बहुत बड़ा झटका साबित होने जा रहा है. पिछले चुनाव में बीजेपी को सत्ता में पहुंचाने का श्रेय पिछड़ी जातियों को जाता है. इस बार अखिलेश यादव हर हाल में पिछड़ी जातियों को अपने तरफ मोड़ने में लगे हैं.
यही वजह है कि छोटे-छोटे दलों से गठबंधन के अलावा उन्होंने पिछड़े नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कराने का अभियान छेड़ रखा है. स्वामी प्रसाद मौर्य हालांकि अभी तक ऐसी तमाम अटकलों से इनकार करते आए हैं, लेकिन उनके करीबी सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव के साथ जाने का प्लान तैयार है.
धर्म सिंह सैनी और दारा सिंह चौहान, दोनों नेता उनके खेमे के माने जाते हैं. चर्चा यह भी है कि कि स्वामी प्रसाद मौर्य समेत ये दोनों नेता भी बीजेपी को झटका दे सकते हैं. ये तीनों नेता जो कि इस वक्त योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. ये तीनों नेता जब बीएसपी में थे, तब भी इनकी प्रोफाइल बड़ी थी. ये बीएसपी सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं.
बेटी संघमित्रा भी नाराजगी दिखा आई थीं चर्चे में
पिछले दिनों लखनऊ के कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और सांसद संघमित्रा मौर्य को जब बोलते वक्त टोका-टोकी की गई थी तो उन्होंने मुख्यमंत्री और अध्यक्ष के सामने ही अपनी नाराजगी दिखाते हुए माइक छोड़ दिया था. हालांकि, बाद में उन्हें मना कर वापस भाषण देने के लिए कहा गया. स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कृष्ट मौर्य रायबरेली की ऊंचाहार सीट से पिछले बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे. हालांकि बहुत कम अंतर से वह चुनाव हार गए थे, लेकिन कहा यह जा रहा है कि बीजेपी से वह सीट जीतना बेहद मुश्किल है.
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ऐसे में स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे को अगर यह सीट जीतनी है, तो उन्हें समाजवादी पार्टी से ही टिकट लेना होगा. ऐसा कहा जा रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के एसपी जाने की अटकलों की सबसे बड़ी वजह उनके बेटे की सीट ही मानी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी एक बार फिर स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे को ऊंचाहार सीट से टिकट देने को तैयार है, लेकिन उन्हें लगता है कि वह समाजवादी पार्टी के लिए ही मुफीद हैं.
पिछले दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कृष्ट मौर्य ने अपने फेसबुक से बीजेपी का झंडा हटा दिया था. हालांकि, दोबारा फिर लगा भी लिया.
दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य अपने फैसलों से चौंकाने के लिए जाने जाते हैं. जब उन्होंने बीएसपी छोड़ी थी, तब आखिरी वक्त तक किसी को मालूम नहीं था कि स्वामी प्रसाद मौर्य ऐसा कर सकते हैं. बकायदा बीएसपी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने पार्टी को टाटा बाय-बाय किया. ऐसे में वह कौन सा फैसला लेते हैं, इस पर तमाम निगाहें टिकी हुई हैं. हालांकि, यह भी सच है कि इस खबर के चलते बीजेपी के दिल की धड़कनें जरूर बढ़ गई हैं.
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