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पहले क्रिकेट में किया कमाल फिर राजनीति में खेली धाकड़ पारी, चुनाव लड़ने के लिए हैदराबाद से आना पड़ा यूपी

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Uttar Pradeh News : भारत में क्रिकेट को सिर्फ खेल ही नहीं बल्कि एक धर्म की तरह माना जाता है. यही कारण है कि भारत में क्रिकेट के प्रति दीवानगी पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा देखने को मिलती है. हर गली, मोहल्ले या फिर किसी नुक्कड़ में कोई छोटा बच्चा बल्ला थामे क्रिकेट खेल रहा होता है और उनमें से ही कोई एक निकलकर विश्व पटल पर छा जता है. वहीं क्रिकेट के मैदान पर जलवे दिखाने वाले खिलाड़ियों को राजनीति का मैदान भी खूब भाता है. भारत में कई ऐसे क्रिकेटर हुए हैं जिन्होंने खेल के बाद राजनीति का दामन थामा है, मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) उनमें से एक हैं.

 क्रिकेट से राजनीति तक का सफर

भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार मोहम्मद अजहरुद्दीन ने क्रिकेट के मैदान से संसद तक का सफर तय किया. ‘वंडर बॉय ऑफ क्रिकेट’के नाम से मशहूर अजहरुद्दीन भले ही हैदराबाद में जन्मे हो पर राजनीति का सफर उन्होंने उत्तर प्रदेश से तय किया. अजहर जब अपने पूरे फ्लो में बल्लेबाजी कर रहे होते तो उन्हें देखना आंखों को सुकून देने वाला होता, उसी तरफ राजनीति में भी उनकी पारी भी काफी सफल रही.

यूपी में मिली जीत

अजहरुद्दीन ने 2009 का आम चुनाव पश्चिम उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट से लड़ा था और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कुंवर सर्वेश कुमार सिंह को 50 हजार वोटों के अंतर से हराकर विजय पाई थी. उससे पहले फरवरी, 2009 में ही वह औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हुए थे. हालांकि 2014 आम चुनावों में ‘मोदी लहर’ के बीच वह भी अपनी सीट बचाने में नाकामयाब रहे. 2014 लोकसभा चुनाव में राजस्थान के टोंक-सवाई माधोपुर से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वहीं 2019 में उन्हें चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला था.

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शानदार रहा करियर

1984 में अपना इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले अजहरूद्दीन का करियर बेहद ही शानदार चल रहा. लेकिन 2000 में उन पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा था, जिसके बाद उन्हें क्रिकेट से आजीवन के लिए बैन कर दिया गया था. हालांकि, इसके बाद उन्होंने फिक्सिंग विवाद को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ी और 12 साल बाद आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने उनपर लगे आजीवन बैन को हटा दिया था.

वहीं 2024 लोकसभा चुनाव से पहले अजहरूद्दीन फिर से राजनीतिक रूप से सक्रिय हो गए हैं और हैदराबाद से चुनाव लड़ने की मंशा साफ कर चुके हैं. अजहर फिलहाल तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं.

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