2017 में राजनीति में एंट्री और अब बने मायावती के उत्तराधिकारी, जानें आकाश आनंद का अब तक कैसा रहा प्रदर्शन

रजत कुमार

Uttar Pradesh News : बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती (Mayawati) ने पार्टी की एक बैठक में बड़ा एलान कर दिया है. उत्तर प्रदेश की…

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Uttar Pradesh News : बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती (Mayawati) ने पार्टी की एक बैठक में बड़ा एलान कर दिया है. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को एलान किया कि उनके उत्तराधिकारी उनके भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand)  होंगे. बैठक में मायावती ने पार्टी के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों और राज्यों के प्रमुख पदाधिकारियों के बीच इस बात का एलान किया है. भरी मीटिंग में हुए इस एलान से उत्तर प्रदेश की राजनीति और पार्टी की राजनीतिक लाइन पर बड़ा असर दिख सकता है.

भतीजे को मिली थी बड़ी जिम्मेदारी

बता दें कि कुछ दिनों पहले ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को सबसे मजबूत खूंटा दिया था. यूपी के बाहर राजस्थान में बीएसपी लगातार अच्छा करती रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी के छह विधायक चुने गए थे इसलिए उन्हें राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई. भतीजे आकाश आनंद की कामयाबी के लिए मायावती ने वो सब किया जो उन्हें करना चाहिए था. पर चार राज्यों के आए चुनाव नतीजों में बसपा का प्रदर्शन पिछले विधानसभा चुनाव से भी खराब रहा.

कसौटी पर खरे उतरे आनंद?

यह पहला चुनाव था जब मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी का नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाकर इन राज्यों की कमान भी दी थी. लेकिन अपने पहले ही इम्तिहान में आकाश आनंद को झटका लगा न सिर्फ राजस्थान और मध्य प्रदेश में सीटों का नुकसान हुआ बल्कि वोट प्रतिशत भी गिरा. राजस्थान में इस बार बीएसपी के सिर्फ दो ही विधायक चुने जा सके. पार्टी का वोट शेयर भी कम हो गया. पिछले चुनाव में बीएसपी को 4 प्रतिशत वोट मिले थे. इस बार तो सिर्फ 1.82% वोट मिले.अगर इन राज्यों में बसपा का प्रदर्शन अच्छा होता तो आकाश आनंद को इसका क्रेडिट मिलता.

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बसपा का ऐसा रहा प्रदर्शन

मायावती ने मध्यप्रदेश में 178 और छत्तीसगढ़ में 53 उम्मीदवार उतारे थे, 8 रैलियां कीं और उन्हें जीत की पूरी उम्मीद भी थी. लेकिन एक भी सीट पर जीत नहीं मिली. यहां नागोड़, सिरमौर और सुमावली जैसी सीटों पर दूसरे नंबर पर रही. एक सीट भी नहीं जीत सकी, पर 2 दर्जन सीट पर कांग्रेस का खेल जरूर बिगाड़ा है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मायावती ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से समझौता किया था लेकिन दोनों ही पार्टियों को कोई सीट नहीं मिली यह एक तरीके का दलित और आदिवासी गठबंधन था हिंदी बेल्ट में यह मायावती के लिए एक झटके के समान है.

ऐसा हुआ था राजनीति में एंट्री

मायावती के भतीजे आकाश ने लंदन से एमबीए की डिग्री हासिल की है. साल 2017 में मायावती ने एक रैली में लांच किया गया था. इसी साल जून में आकाश आनंद शादी पार्टी नेता अशोक सिद्धार्थ की बेटी प्रज्ञा से इनकी शादी हुई है. सोशल मीडिया पर आकाश आनंद लगातार एक्टिव रहते हैं. उनके ट्विटर पर करीब 2 लाख फॉलोवर हैं.

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