लखीमपुर खीरी हिंसा: अखिलेश-प्रियंका-मायावती संग विपक्षी नेताओं ने योगी सरकार पर बोला हमला
लखीमपुर खीरी में किसानों को कथित तौर पर गाड़ी से रौंदकर मारने के मामले में विपक्षी नेताओं ने योगी सरकार को निशाने पर लिया है.…
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लखीमपुर खीरी में किसानों को कथित तौर पर गाड़ी से रौंदकर मारने के मामले में विपक्षी नेताओं ने योगी सरकार को निशाने पर लिया है. आगे देखिए और पढ़िए कि किसने क्या-क्या कहा है…
अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा, ‘कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा, गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है.’ उप्र दंभी भाजपाइयों का ज़ुल्म अब और नहीं सहेगा. यही हाल रहा तो उप्र में भाजपाई न गाड़ी से चल पाएंगे, न उतर पाएंगे.’
कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा, गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है।
उप्र दंभी भाजपाइयों का ज़ुल्म अब और नहीं सहेगा।
यही हाल रहा तो उप्र में भाजपाई न गाड़ी से चल पाएंगे, न उतर पाएंगे। pic.twitter.com/huX8ZUQO08
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 3, 2021
प्रियंका गांधी ने लिखा, ‘भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका. ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है. किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी.’
भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है।
किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 3, 2021
मायावती ने ट्वीट किया, ‘यूपी के जिला लखीमपुर खीरी में 3 कृषि कानूनों की वापसी की माँग को लेकर आन्दोलन कर रहे किसानों पर केन्द्रीय मंत्री के पुत्र द्वारा कथित तौर पर कई किसानों की गाड़ी से रौंद कर की गई हत्या अति-दुःखद. यह भाजपा सरकार की तानाशाही व क्रूरता को दर्शाता है जो कि इनका असली चेहरा भी है.’
बीएसपी सुप्रीमो ने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘इस घटना के सम्बंध में भी पीड़ितों को सरकार से उचित न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है. इसलिए माननीय सुप्रीम कोर्ट इस दुःखद घटना का स्वंय ही संज्ञान ले, बीएसपी की यह माँग. साथ ही, बीएसपी के स्थानीय प्रतिनिधिमण्डल को भी घटनास्थल पर जाने का निर्देश.’
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2. इस घटना के सम्बंध में भी पीड़ितों को सरकार से उचित न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है। इसलिए माननीय सुप्रीम कोर्ट इस दुःखद घटना का स्वंय ही संज्ञान ले, बीएसपी की यह माँग। साथ ही, बीएसपी के स्थानीय प्रतिनिधिमण्डल को भी घटनास्थल पर जाने का निर्देश।
— Mayawati (@Mayawati) October 3, 2021
जयंत चौधरी ने लिखा, ‘लखीमपुर खीरी से दिल दहलाने वाली खबरें आ रहीं हैं! केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का क़ाफ़िला आंदोलनकारी किसानों पर चढ़ा दिया गया! 2 किसानों की मौत हो गई और कई घायल हैं. विरोध को कुचलने का काला कृत्य जो किया है, साज़िश जब गृह मंत्री रच रहे हैं, फिर कौन सुरक्षित है?’
लखीमपुर खीरी से दिल दहलाने वाली खबरें आ रहीं हैं!
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का क़ाफ़िला आंदोलनकारी किसानों पर चढ़ा दिया गया!
२ किसानों की मौत हो गई और कई घायल हैं।
विरोध को कुचलने का काला कृत्य जो किया है, साज़िश जब गृह मंत्री रच रहे हैं, फिर कौन सुरक्षित है?
— Jayant Chaudhary (@jayantrld) October 3, 2021
भीम आर्मी चीफ चंद्र शेखर आजाद ने ट्वीट किया, ‘मैं तत्काल लखीमपुर खीरी घटनास्थल के लिए निकल रहा हूं. दुःख की इस घड़ी में हम सब अपने पीड़ित किसान भाइयों के साथ खड़े हैं. किसानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी. अब हत्यारों को सजा दिलाकर ही दम लेना है. चाहे वह मंत्री का बेटा हो या फिर कोई और गुर्गा. सभी लोग किसानों का साथ दें.’
मैं तत्काल लखीमपुर खीरी घटनास्थल के लिए निकल रहा हूं। दुःख की इस घड़ी में हम सब अपने पीड़ित किसान भाइयों के साथ खड़े हैं।
किसानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। अब हत्यारों को सजा दिलाकर ही दम लेना है। चाहे वह मंत्री का बेटा हो या फिर कोई और गुर्गा। सभी लोग किसानों का साथ दें।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) October 3, 2021
क्या है मामला?
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखीमपुर खीरी में किसान संगठन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम का विरोध कर रहे थे. संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन का दावा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और अन्य लोगों ने किसानों को गाड़ियों से रौंदा व फायरिंग की. हालांकि, अजय मिश्रा टेनी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए बताया है कि किसान आंदोलनों में घुसे उपद्रवी लोगों ने कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे कार्यकर्ताओं की गाड़ी पर हमले किए. उनका दावा है कि उनके बेटे घटनास्थल पर नहीं बल्कि कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे और उसके कई सबूत हैं. उन्होंने कहा कि उपद्रवियों ने बीजेपी के 3 कार्यकर्ताओं को मार डाला है.
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