मदरसा सर्वे के पीछे सरकार की नियत मुसलमानों को खौफजदा करने की है: संभल से सपा सांसद बर्क

अभिनव माथुर

Sambhal News: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के ‘मदरसों को चलाने के लिए सरकारी मदद की जरूरत नहीं और खुद तोड़े जाने’ वाले…

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Sambhal News: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के ‘मदरसों को चलाने के लिए सरकारी मदद की जरूरत नहीं और खुद तोड़े जाने’ वाले बयान पर संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने प्रतिक्रिया दी है. बता दें कि सपा सांसद ने अरशद मदनी के बयान को पूरी तरह से गलत बताया है और कहा है कि ‘कौम की तालीम के लिए सरकारी मदद बेहद जरूरी है.’ वहीं, बर्क ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मदरसा सर्वे के पीछे सरकार की नियत मुसलमानों को खौफजदा करने की है.

संभल से सपा सांसद ने कहा,

“मदरसों को ध्वस्त करने की क्या जरूरत है? मदरसे अपनी जगह पर इसी तरह बने रहने चाहिए, बल्कि जो भी मदरसे सरकारी या निजी जमीनों पर बने हुए हैं सरकार को आगे आकर उनको चलाना चाहिए. किसी भी तरह से तालीम होनी चाहिए. तालीम की बरबादी नहीं होनी चाहिए.”

शफीकुर्रहमान बर्क

वहीं सपा सांसद ने मदरसों के सर्वे को लेकर यूपी सरकार पर तीखा प्रतिक्रिया दी और कहा कि इस सर्वे के पीछे सरकार की नियत मुसलमानों को खौफजदा करने की है, क्योंकि उन्हें मुसलमानों की तालीम पसंद नही है. उन्होंने कहा कि ‘आज के समय में कोई भी इंसान किसी भी धर्म या मजहब का हो तालीम सभी के लिए बराबर होनी चाहिए, क्योंकि तभी मुल्क आगे बढ़ेगा और तरक्की करेगा.’

वहीं सपा सांसद ने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि जिस जगह पर भी मदरसा बना हुआ है उसको तोड़ने के बजाय उसकी हिफाजत करें और उसको चलवाएं.

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