Dev Deepawali: 80 लाख के देसी-विदेशी फूलों से महकेगा विश्वनाथ धाम, ऐसे सज रहा बाबा दरबार

रोशन जायसवाल

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

Varanasi News: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए यह पहली देव दीपावली (Dev Deepawali) है. लिहाजा पूरे धाम को दुल्हन की तरह लोकार्पण की तर्ज पर सजाया जा रहा है. इस बार खास बात यह है कि पूरा का पूरा विश्वनाथ धाम लाख-दो लाख के फूलों से नहीं, बल्कि देव दीपावली पर 80 लाख के फूलों से गमकेगा.

विश्वनाथ धाम के इस 80 लाख रुपयों के फ्लावर डेकोरेशन का काम निशुल्क विशाखापट्टनम के बाबा विश्वनाथ के भक्त के.बाबूराव कर रहें हैं.जिसमें देसी के साथ विदेशी फूलों की सुगंध भी शामिल है.

काशी विश्वनाथ धाम की यह पहली देव दीपावली है और इसको और भी खास बनाने की तैयारी है, 80 लाख रूपयों की फूलों की सजावट से. विश्वनाथ धाम के कोने कोने में फूलों की खुशबू महकेगी. जिसमें कई देसी के साथ विदेशी फूल भी शामिल हैं. जिसमें ऑर्किड, एन्थुरियम – राजहंस, लीलुम्स – कुमुदिनी, हाइड्रेंजिया, कार्नेशन, गुलाब, जिप्सी, ब्लू डाई, कृशान्ति, रजनीगंधा, गोम्फरेना, मदार और कमल के फूल मुख्य रूप से शामिल है. 80 लाख रूपयों के फूलों के डेकोरेशन काम अपने जेब से बाबा विश्वनाथ की सेवा में लगाने वाले विशाखापट्टनम के फ्लावर डेकोरेटर के. बाबूराव बताते है कि देसी-विदेशी के साथ स्थानीय फूलों से सजावट की जा रही है.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

उन्होंने बताया कि वे तिरूपती बालाजी सहित तमाम मंदिरों में फ्लावर डेकोरेशन कर चुके है. वे बताते है कि काशी विश्वनाथ का मुख्य मंदिर, कालभैरव मंदिर और चार घाटों को वे फ्लावर से डेकोरेट कर रहें हैं. उन्होंने बताया कि बाबा विश्वनाथ की सेवा में वे लगभग 80 लाख रूपयों के फ्लावर डेकोरेशन का काम मुफ्त में कर रहें हैं. जिसमें फूल, ट्रांसपोटेशन और वर्कर का भी सारा खर्चा वे खुद उठा रहें हैं.

वहीं फूलों की सजावट में लगे कारिगर संजय कुमार बता रहें हैं कि वह विश्वनाथ धाम के काम में शनिवार की सुबह से लगे है और कुल 100 मजदूर मिलकर सजावट का काम चौबीसों घंटे कर रहें हैं. फूलों की ऐसी सजावट का काम पहले कभी विश्वनाथ धाम में नहीं हुई है. उन्होंने आगे बताया कि देश के कोने कोने से फूल मंगाए गए है और फूलों की ताजगी बनाए रखने के लिए एसी हॉल में फूलों का तैयार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि देव दीपावली की सुबह 7 नवंबर की सुबह 9 बजे तक उनका काम पूरा हो जाएगा.

Dev Deepwali: दुल्हन की तरह सजेगी काशी, लेजर शो के साथ 10 लाख दीयों से जगमग होंगे गंगा घाट

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT