झांसी में पैसों की तंगी से जूझ रहे RPF के एएसआई भगवान दास ये क्या कर बैठे? जिसे खबर मिली हुआ हैरान
Jhansi News: झांसी से एक दर्दनाक खबर सामने आई है. यहां रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एएसआई भगवान दास वर्मा ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.
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Jhansi News: झांसी से एक दर्दनाक खबर सामने आई है. यहां रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एएसआई भगवान दास वर्मा ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि वे भारी कर्ज में डूबे थे, जिससे वे मानसिक तनाव में थे. फिलहाल, पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर आगे की जांच शुरू कर दी है. खबर में आगे जानिए क्या है पूरा मामला?
झांसी आरपीएफ में तैनात भगवान दास वर्मा डॉग स्क्वायड विभाग में डॉग हैंडलर के पद पर कार्यरत थे. वे टोडीफतेहपुर थाना क्षेत्र के धुरबाई गांव के रहने वाले थे, लेकिन वर्तमान में झांसी के प्रेम नगर में रहते थे. बुधवार रात ड्यूटी के बाद घर जाने के बाद वह दोबारा अपनी ड्यूटी पर लौटे. सुबह जब एक सहकर्मी स्टोर रूम में गया, तो वहां भगवान दास का शव पंखे से लटका मिला.
आर्थिक तंगी ने ले ली भगवान दास की जान
मृतक के बेटे पवन के अनुसार, उनके पिता ने बैंक से होम लोन, पर्सनल लोन और साहूकारों से करीब 60-65 लाख रुपये का कर्ज लिया था. वे इसे चुकाने को लेकर बेहद परेशान रहते थे. कुछ दिन पहले उन्होंने घर में इस विषय पर चर्चा भी की थी, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कर्ज के दबाव में उन्होंने आत्महत्या कर ली.
घटना की सूचना मिलते ही नवाबाद थाने की पुलिस और आरपीएफ अधिकारी मौके पर पहुंचे. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया. पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या आत्महत्या के पीछे कर्ज ही असली कारण था या कोई और भी वजह थी.
मृतक एएसआई के बेटे पवन वर्मा ने बताया कि 'पिता झांसी आरपीएफ के डॉग स्क्वायड में तैनात थे. वह ऑफिस आए हुए थे वहां उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उन पर कई लोन चल रहे थे और बाहर के साहूकारों का कर्ज भी था. साहूकार कर चुकाने को लेकर उन्हें परेशान कर रहे थे जिसको लेकर कल पापा ने घर पर बात की थी कि बेटा उनकी जुबान खराब हो जाएगी, पैसा देना है.'